इवान सैकिन ने दरअसल यह ट्रेन एक खास मकसद से खींची थी। उनका इरादा था कि वो ऐसा कर अपनी पत्नी को इम्प्रैस कर सकें।इसलिए वो इसके लिए काफी मशक्कत कर रहे थे। जिसमें वो पूरी तरह कामयाब रहें। अब उनका अगला लक्ष्य 12 हजार टन वजनी शिप को खींचने का है।
रूसी मीडिया के मुताबिक इससे पहले भी दुनिया में रेलवे इंजन, जहाज, और विमानों को खींचा गया है। लेकिन इतने भारी वजन को एक साथ मसल्स पावर से खींचने वाला यह पहला मामला है। इसलिए उनकी इस उपलब्धि को बेहद खास माना जा रहा है।
इससे पहले मलेशिया के कुआलालंपुर रेलवे स्टेशन पर 18 अक्टूबर 2003 को वेलु रथकृष्णन ने दांतों से 260.8 टन (574,964 पाउंड) की दो केटीएम ट्रेनों को 4.2 मीटर (13 फीट 9 इंच) तक खींचकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
जबकि भारत में मध्यप्रदेश के विदिशा में रहने वाले ब्रह्मचारी आशीष अपने दांतों से 65 टन वजनी रेलवे इंजन खींच चुके हैं। इसके अलावा ग्वालियर की आरती और सविता नैरोगेज ट्रेन का इंजन खींचकर लिम्बा बुक में अपना नाम दर्ज करवा चुकी हैं।