1. क्या आप जानते हैं हमारे मस्तिष्क द्वारा एक छोटा सा एलईडी बल्ब भी जल सकता है। क्योंकि हमारे दिमाग द्वारा करीब 12 से 25 वाट की बिजली उत्पादित की जा सकती है।
2. हमारे दिमाग में लगभग 100 बिलियन न्यूरॉन्स होते हैं। अर्थात उतने ही जितने मिल्की वे गैलेक्सी में सितारे होते हैं।
3. आपको जानकर हैरानी होगी कि हमारा दिमाग सिकुड़ भी सकता है जिससे हमें कोई मनोरोग हो सकता है, अगर हम करीबन 90 मिनट तक पसीने में तरबतर रहे तो।
4. आपको बता दें कि इंसानी मस्तिष्क केमिकल प्रतिक्रिया के अनुसार कार्य करता है और हमारे दिमाग में प्रति क्षण एक लाख से अधिक रसायन प्रतिक्रियाएं होती हैं।
यह भी पढ़ें:5. अगर कोई व्यक्ति नींद ना आने पर नींद की गोली खाता है, तो वास्तविकता में वह सोया नहीं होता बल्कि गोली के कारण कोमा जैसी अवस्था में चला जाता है।
6. हालांकि बहुत से वैज्ञानिकों ने इंसानी मस्तिष्क की संग्रहण क्षमता पर अपने-अपने मत प्रस्तुत किए हैं, परंतु औसतन देखा जाए तो हमारे दिमाग की संग्रहण क्षमता 1 टेराबाइट्स से 2.5 पेटाबाइट तक होती है।
7. यूं तो हमारा छोटा सा दिमाग संपूर्ण शरीर का मात्र 2% होता है परंतु अचंभे वाली बात यह है कि यह पूरे शरीर का 20% रक्त और ऑक्सीजन अकेले ही इस्तेमाल कर लेता है।
8. क्या आप जानते हैं कि अगर कभी हमें कोई नजरअंदाज या रिजेक्ट कर दे, तो हमारे मस्तिष्क को वैसा आभास होता है, जैसे कभी हमारे शरीर को चोट लगने पर।
9. इंसानी दिमाग किसी चीज का चित्र सेकंड के 16 वें हिस्से तक बनाए रखता है, जबकि हमारी पलकों के झपकने का समय सेकंड के 16 वें हिस्से से भी कम होता है।
10. आपको बता दें कि हमारा दिमाग 268 मील प्रति घंटा के रूप में शीघ्रता से सूचनाएं प्रदान करता है। इसके अलावा यह सूचनाएं अलग-अलग गति से मस्तिष्क तक पहुंचती हैं, क्योंकि न्यूरॉन्स अलग तरीके से निर्मित होते हैं।
11. इंसानी मस्तिष्क का 73% हिस्सा जल का है। लेकिन हमारी यादें, ध्यान एवं अन्य संज्ञानात्मक कौशल को प्रभावित करने के लिए केवल 2% ही निर्जलीकरण होता है।