ये गांव हर किसी को हैरान करता है, जो कि दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में स्थित है और नाम है ‘कूबर पेडी’ यहां के सभी लोग अंडरग्राउंड घरो में रहते हैं। लेकिन आप ये मत सोचिएगा कि ये जमीन के अंदर हैं तो यहां कोई सुविधा नहीं होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। यहां बाहर से देखने में साधारण लगते हैं और अंदर होटल जैसा नजारा मौजूद है। इस इलाके में ओपल ( एक दूधिया रंग का कीमती पत्थर ) की कई खदानें हैं। लोग यहां इन्ही ओपल की खाली पड़ी खदानों में रहते हैं।
यहां जमीन के नीचे 1500 से ज्यादा घर हैं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कूबर पेडी में माइनिंग का काम साल 1915 में शुरू हुआ था। दरअसल, ये एक रेगिस्तानी इलाका है, इसलिए यहां पर गर्मियों में तापमान बहुत ज्यादा और सर्दियों में बहुत कम हो जाता है। इस कारण यहां रहने वाले लोगों को बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता था। इसका यह हल निकला कि लोग माइनिंग के बाद खाली बची खदानों में रहने के लिए चले गए।