एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस जगह का निर्माण तहखाना बनाने के लिए किया गया था। लोगों ने उस समय में जमीन की सतह से करीब 30 मीटर नीचे 32 किलो मीटर लंबा तहखाना बनाया था। इसके बाद1990 में यहां बाढ़ आई तो इस तहखाने में पानी भर गया। स्थानीय सरकार ने गोताखोरों के समूह से तहखाने का पानी निकालने को कहा। जब गोताखोर सफाई करने तहखाने में उतरे तो उन्हें लगा कि तहखाने के कुछ हिस्से को मौज-मस्ती वाली डाइविंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि यहां बड़ी संख्या में लोग डाइविंग नहीं करते, लेकिन कुछ लोग यहां डाइविंग करने आते हैं। बता दें कि कोबानिया सुरंग के नजदीक चार ऐसी जगहें हैं, जहां गोताखोरी की जा सकती है, लेकिन इनमें से सिर्फ एक ही डाइविंग के लिए इस्तेमाल की जाती है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, यहां सुरंग की खुदाई का काम 1890 में रुक गया था और इसके पीछे की वजह बाढ थी। बता दें, इस साइट का नाम है पार्क कुत, सुरंग का ये ऐसा इलाका है जो खुला हुआ है और यहां ताजा हवा रहती है। लेकिन यहां गोताखोरी के लिए बुनियादी ओपन वॉटर डाइविंग सर्टिफिकेट की दरकार है। ये सर्टिफिकेट सुरक्षा कारणों से जरूरी है। क्योंकि सुरंग के अंदर चैंबर्स के अलावा सीढ़ियां भी हैं। जहां तैराकी के वक्त सावधानी बरतनी जरूरी है। यहां पानी का तापमान करीब 12 डिग्री सेल्सियस रहता है। पार्क कुत में पानी की सतह से करीब 17 मीटर नीचे और जमीन की सतह से करीब 47 मीटर नीचे तक ग़ोताखोरी की जा सकती है। हालांकि, सुरंग की लंबाई कितनी है, ये यकीनी तौर पर बता पाना मुश्किल है।