भावना के पिताजी तारादत्त तिवारी देहरादून में रहते हैं. उनके डॉक्टर डॉ सुमित्रा रावत ने लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी…जैसा ही बेटी को पता चला की उसके पापा की हालात नाजुक है वह तुरंत ऑपरेशन के लिए रेडी हो गई…. आपरेशन के बाद बेटी द्वारा दिए गए लीवर को डॉक्टरों की टीम ने पिता के लीवर से जोड़ दिया. फ़िलहाल पिता-पुत्री दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में एडमिट हैं……. एक बेटी ने अपने पिता की जान बचाने में सफलता हासिल कर ली। वीणा के इस कदम की काफी तारीफ हो रही है, किस तरह एक बेटी ने अपनी जिंदगी से पिता की जान बचाई।