एक रिपोर्ट के मुताबिक, माउंट एवरेस्ट पर करीब 200 लाशें ऐसी हैं जो सालों से वहां पड़ी हुई है। दरअसल, खराब मौसम, हिमस्खलन की वजह से कई लोग बीच सफर ही यहां दम तोड़ देते हैं। हजारों फीट ऊंचाई पर मौत हाने की वजह से लाश को नीचे लाना भी मुश्किल होता है। ऐसे में उन लाशों को वहीं छोड़कर उनका इस्तेमाल लैंडमार्क के तौर पर किया जाता है।
ये लाशें माउंट एवरेस्ट पर अन्य पर्वतारोहियों को उनका रास्ता दिखाती हैं। इन्हें लैंडमार्क की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इन लाशों को ‘ग्रीन बूट्स’ कहा जाता है। बता दें, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ रहे ज्यादातर लोगों की मौत तूफान की वजह से हो जाती है।