हम बात कर रहे हैं होगवीड नामक पौधे की। यह गाजर घास की प्रजाति का पौधा है। यह ज्यादा बड़ा तो नहीं होता, लेकिन खतरनाक इतना कि कोबरा सांप का जहर भी इसके आगे फीका पड़े। होगवीड काफी जहरीला पौधा माना जाता है। यह किलर ट्री के नाम से भी फेमस है। इस खतरनाक और दिखने में बेहद खूबसूरत लगने वाले पौधे का वैज्ञानिक नाम हेरकिलम मेंटागेजिएनम है।
होगवीड पौधा न्यूयॉर्क, पेंनसेल्वेनिया, ओहियो, मेरीलैंड, वॉशिंगटन, मिशिगन और हेम्पशायर में पाया जाता है। इसे छूने भर से हाथों पर छाले या फफोले पड़ जाते हें। इनमें मवाद भरती है। कहा जाता है कि कभी कभी इसे छूने के 48 घंटे के भीतर इसका खतरनाक असर होता है कि लोगों को ठीक होन में कइ साल का वक्त लग जाता है। कहते तो यह भी हैं कि इस पौधे को छूने से इंसान की आंखों की रोशनी भी चली जाती है। डॉक्टर्स के मुताबिक अभी तक इन पौधे से शरीर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए कोई सटीक दवा नहीं बन पाई है।
हम आपको बताते हैं कि यह पौध इतना जहरीला क्यों होता है। दरअसल इस पौधे के अंदर सेंसआइजिंग फूरानोकौमारिंस नामक रसायन पाया जाता है। यह सांप के जहर से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। अगर आपने इस पेड़ को सहला भी दिया तो कुछ ही घंटों में पूरी त्वचा जलने लगेगी। यहां तक कि अगर आप धूप में गए तो परिणाम और भयंकर हो जाएंगे। कुछ लोग तो होगवीड के संपर्क में आने के लगभग ६ महीने तक धूप में नहीं जा पाए।