यह टू फिंगर टेस्ट देश में प्रचलित टीएफटी से बलात्कार पीड़ित महिला की वजाइना के लचीलेपन की जांच की जाती है। अंदर प्रवेश की गई उंगलियों की संख्या से डॉक्टर अपनी राय देता है कि ‘महिला सक्रिय सेक्स लाइफ’ में है या नहीं। भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है, जो डॉक्टरों को ऐसा करने के लिए कहता है। इंडोनेशिया में जिस महिला को पुलिस में भर्ती होने का मन होता है उसे भर्ती होने तक कुंवारेपन का पालन करना अनिवार्य है। बता दें कि, कौमार्य परीक्षण एक बहुत ही विवादास्पद जांच है। एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा यह अपमानजनक और मानव अधिकारों का उल्लंघन माना गया है। कई देशों में यह अवैध घोषित है।