मिली जानकारी के मुताबिक, झारखंड के सिमरिया के चोरबोरा गांव के निवासी गोपाल गंझू और कामेश्वर गंझू के पेट में दर्द उठा। ऐसे में वो दर्द की समस्या को लेकर राज्य के सिमरिया रेफरल अस्पताल में पहुंचे। यहां इन दोनों पुरुषों को डॉक्टर मुकेश ने प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने की सलाह दे दी। डॉक्टर द्वारा लिखी गई पर्ची में एएनसी यानि एंटी नेटल चेकअप लिखा हुआ है। दोनों की पर्ची नंबर 17028 और 17032 है।
यही नहीं डॉक्टर ने इन दोनों युवकों की पर्ची पर एचाईवी, एचबीए, एचसीवी, सीबीसी, एचएच-2 और एएनसी चेकअप की सलाह भी दी है। वहीं दोनों युवकों को डॉक्टर ने एक ही तरह की दवाईयां लिखी हैं। मामला तब चर्चा में आया जब दोनों युवक पर्ची लेकर एक प्राइवटे पैथोलॉजी लैब पहुंचे। लैब ने पर्ची पर लिखे कुछ जांच किए, लेकिन उन्होंने प्रेग्नेंसी टे्सट करने से इंकार कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद ये दोनों युवक अपनी शिकायत को लेकर सिविल सर्जन डॉक्टर अरुण कुमार पासवान के पास पहुंचे।
वहीं सिविल सर्जन ने प्रभारी को जांच के आदेश दिए हैं और दो दिनों में जांच की रिपोर्ट मांगी है। दूसरी तरफ डॉक्टर मुकेश जिन्होंने पर्ची लिखकर दी। उनका कहना है कि उनकी पर्ची पर किसी ने ओवर राइटिंग की है। लेकिन अगर पर्ची को ध्यान से देखा जाए तो कहीं भी ओवर राइटिंग नहीं दिख रही है। उनका कहना है कि ये मुझे बदनाम करने की साजिश है।