सबसे पहले हम आइसलैंड के सरट्से के बारे में बात करेंगे। कहा जाता है कि यहां साल 1963 में अचानक एक ज्वालामुखी फटा था। खास बात ये है कि यह ज्वालामुखी पानी के नीचे फटा था। अचानक फटा ये ज्वालामुखी करीब 4 साल तक लगातार लावा उगलता रहा और आखिरकार 1967 में जाकर इसने अपना रौद्र रूप छोड़ दिया। लेकिन इसके बाद वहां जो कुछ दिखा, उस पर यकीन कर पाना काफी मुश्किल है। बता दें कि जिस जगह पर ज्वालामुखी फटा था, वहां रहस्यमयी तरीके से एक आईलैंड बन गया। लेकिन ये आईलैंड बाकी के सभी आईलैंड के मुकाबले काफी अलग और अनोखा था। इस आईलैंड को लेकर आज भी कई सवाल हैं, जिनका जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।
चलिए अब आपको हम एक दूसरी रहस्यमयी जगह के बारे में बताते हैं। न्यूज़ीलैंड के पूर्वी तट पर जाने पर आप देखेंगे कि वहां काफी मात्रा में बड़े-बड़े आकार की अजीब सी चीज़ पड़ी है। दरअसल ये चीज़ यहां पाए जाने वाले पत्थर हैं। जो देखने में हूबहू सीप और मोती जैसे दिखते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पड़े इन विशाल पत्थरों में कुछ तो 12 फीट के भी हैं। इन्हें मोराकी पत्थर के नाम से जाना जाता है। इन पत्थरों का जन्म कैसे हुआ, ये एक रहस्यमयी पहेली बना हुआ है।