दो साधन एक साथ निकल नहीं पाने से यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। खेमराज गुर्जर, महेन्द्र मीना, छीतर लाल डागर, लोकेश सांखला, चौथमल मीना, दुर्लभ चन्द जैन, रसाल देवी, रामलाल गुर्जर, भंवर लाल गुर्जर, चतुर्भुज मीना, गिरधारी मीना, बन्ना लाल, बालूराम ने बताया कि क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह उखडऩे लगी हंै। उन्होंने प्रशासन से सड़कों की मरम्मत कराने की मांग की है।
बनेठा. क्षेत्र के ढिकोलिया-बनेठा मार्ग काफी समय से क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। ढिकोलिया से बनेठा तक का 14 किलोमीटर का डामर सड़क काफी समय से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। दुपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। इसी तरह बनेठा सेे बमोर होते हुए टोंक जिला मुख्यालय जा रहे मार्ग पर दोनों ओर बबूलों से मार्ग अटा हुआ है। इससे आवाजाही में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
नाली का अभाव पीपलू. रानोली के छावनी चौक से जयपुर, माधोराजपुरा, नवरंगपुरा समेत कई गांवों की ओर जाने के मुख्य मार्ग पर लम्बे से पानी एकत्र है। रानोली निवासी सुरेश जांगिड़ ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग ने 30 वर्ष पहले जयपुर, बिशालू, खेड़ापति बालाजी, माधोराजपुरा, नवरंगपुरा, मोहम्मदनगर ढाणी, इब्राहीमाबाद, अलीनगर, डिडावता, ढाबिच समेत कई गांवों की ओर जाने वाली सड़क निर्मित कराई थी, लेकिन पानी निकासी की नाली नहीं बनाने से इन दिनों सड़क पर एकत्र है। इससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।