हम यहां लक्जेमबर्ग की बात कर रहे हैं। यह एक पश्चिम यूरोपीय देश है जिसकी राजधानी लक्जेमबर्ग सिटी है। यहां पहले से ही 20 साल से कम उम्र वाले लोगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सेवा मुफ्त थी, लेकिन अब इसे पूरी तरह से फ्री करने की बात कही गई है। हालांकि इस नियम को साल 2020 से लागू किया जाएगा।
अब जरा जानते हैं कि आखिर ऐसा करने के पीछे की वजह क्या है? बता दें कि पिछले साल यानि कि साल 2018 के दिसंबर माह में यहां डेमोक्रेटिक, सोशलिस्ट वर्कर्स पार्टी और ग्रीन पार्टी की गठबंधन वाली सरकार बनी। लक्जेमबर्ग के नए प्रधानमंत्री बने डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जेवियर बेटल जिन्होंने अपने चुनाव अभियान में कहा था कि सत्ता में आने के बाद वह सार्वजनिक परिवाहन को फ्री कर देंगे।
अब सवाल यह भी आता है कि इससे यहां की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा? यहां की सरकार जनता से टैक्स कम मात्रा में लेती है। यहां तक कि कंपनियों से भी टैक्स की वसूली कम की जाती है। ऐसे में जब कोई यूरोप में कंपनी स्थापित करने के बारे में सोचता है तो उसे लक्जेमबर्ग बेहतर च्वॉइस लगता है।
यहां चूंकि लोग कम हैं इसलिए सरकार को उतना घाटा नहीं होगा और रही बात रकम की तो दुनिया भर की तमाम कंपनियों से वित्तीय कोष के लिए सरकार को जरूरी रकम मिल जाती है और टूरिज्म से भी सरकार की अच्छी-खासी कमाई हो जाती है।