आज हम आपको, रावण संहिता के अंतर्गत मौजूद कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो वाकई आपके भाग्य को चमकाने में मददगार साबित हो सकते हैं। इस संहिता में बुरे समय को अच्छे समय में बदलने के लिए भी चमत्कारी उपाय बताए हैं। जो भी व्यक्ति इन उपायों को अपनाता है उसकी किस्मत बदलने में अधिक समय नहीं लगता है। तंत्र का मतलब है स्रोत खोजना अर्थात स्वयं की खोज। इस संहिता में दिए गए कुछ उपाए। किसी भी शुभ मुहूर्त में या किसी शुभ दिन सुबह जल्दी उठें। इसके बाद नित्यकर्मों से निवृत्त होकर किसी पवित्र नदी या जलाशय के किनारे जाएं। किसी शांत एवं एकांत स्थान पर वट वृक्ष के नीचे चमड़े का आसन बिछाएं। आसन पर बैठकर धन प्राप्ति मंत्र का जप करें। धन प्राप्ति का मंत्र है : ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा।
इस मंत्र का जप आपको 21 दिनों तक करना चाहिए। मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। 21 दिनों में अधिक से अधिक संख्या में मंत्र जप करें। जैसे ही यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा आपके लिए धन प्राप्ति के योग बनेंगे। यदि आप दसों दिशाओं से यानी चारों तरफ से पैसा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह उपाय करें। यह उपाय दीपावली के दिन किया जाना चाहिए। दीपावली की रात में विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के बाद सो जाएं और सुबह जल्दी उठें। नींद से जागने के बाद पलंग से उतरे नहीं बल्कि यहां दिए गए मंत्र का जप 108 बार करें।