बता दें, यह ट्रेन केरल राज्य में चलती है। इसे सबसे छोटी ट्रेन कहने की वजह यह है कि इसमें केवल तीन ही बोगियां हैं। ऐसे में जब यह ट्रेन पटरी पर दौड़ती है तो ऐसा लगता है कि मानों कोई ट्रेन नहीं बल्कि इंजन चल रहा हो।
अब दूसरी इस बारे में सबसे जरुरी बात हम आपको बताते हैं। यह ट्रेन हर रोज सुबह और शाम के वक्त कोच्चि हार्बर टर्मिनस और एर्नाकुलम जंक्शन के बीच चलती है। यह ट्रेन जितनी छोटी है उतनी ही छोटा है इसका रुट।
प्रतिदिन यह धीरे-धीरे चलकर 9 किलोमीटर का सफर तय करती है। किसी साईकिल से बढ़कर नहीं है इसकी स्पीड। 9 किलोमीटर के सफर को पूरा करने में यह ट्रेन 40 मिनट का वक्त लेती है। इस सफर के दौरान यह बीच में एक स्टेशन पर रूकती भी है।
अब बताते हैं कि हर रोज कितने लोग इसमें बैठकर यात्रा करते हैं। इस ट्रेन में 300 यात्री आराम से बैठ सकते हैं। हालांकि इसमें बहुत कम लोग रोजाना आना-जाना करते हैं। इसे अभी कुछ समय पहले ही पटरी पर उतारा गया, लेकिन हर रोज इसमें इतने कम लोग सफर करते हैं जिसे देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसका परिचालन भविष्य में बंद हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि चूंकि यह ट्रेन बहुत धीमे चलती है इसलिए ज्यादातर लोग इसमें यात्रा करने से बचते हैं। बशर्ते देश की सबसे छोटी ट्रेन ? होने के कारण कुछ लोग इसमें सफर करने के लिए उत्सुक रहते हैं।