एक तोते के चलते रातभर उड़ी रही पुलिस की नींद, फिर सुबह होते ही तोता भी ऐसे हो गया फुर्र
आमतौर पर बहुत कम लोगों को इस विशेष निशान का महत्व और उपयोगिता पता होती है लेकिन यह निशान स्टेशन मास्टर के लिए बहुत उपयोगी है। दरअसल, यह एक प्रकार की सांकेतिक भाषा है और इससे रेलगाड़ी का स्टेशन मास्टर यह जान जाता है कि रेलगाड़ी उसके स्टेशन से जा चुकी है और अब उसके स्थान पर कोई भी दूसरी रेलगाड़ी प्लेटफॉर्म में आ सकती है। इस प्रकिया को ‘लाइन क्लियर’ होना भी कहा जाता है।
दुर्घटनाओं पर लगती है रोक
इसके अलावा स्टेशन मास्टर इस निशान को देखकर कह सकता है कि कोई भी ट्रेन ‘ब्लॉक सैक्शन’ में नहीं हैं। बता दें कि ‘ब्लॉक सैक्शन’ से तात्पर्य दो रेलवे स्टेशनों के बीच की दूरी को माना जाता है। क्रास (X) के अलावा नीचें की ओर बड़े अक्षरों में LV भी लिखा होता है। इसका मतलब ‘Last Vehicle’ होता है। इस बोर्ड को रेलगाड़ी पर लगाने और निकालने की जिम्मेदारी ड्यूटी पर होने वाले गार्ड की होती है। इस क्रास (X) और LV बोर्ड को देखकर पीछे से आने वाली ट्रेनें अपने आगे चलने वाली ट्रेनों से लगातार एक सामान्य दूरी बनाकर रखती हैं। इससे असमय होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगती है।