विड की ऐसी हालत देखते हुए किसी ने उन्हें नौकरी देने की जहमत नहीं उठाई। जन्म के समय विड के सिर पर एक गांठ थी, वही गांठ अब बढ़कर इतनी बड़ी हो गई है। विड के पास न घर है और न नौकरी। विड के जीवन में एक उम्मीद की किरण जगी है। बचपन से ही इस बीमारी से जूझ रहे विड को उनके देवदूत मिल गए। 34 वर्षीय विड के जीवन में आशा की किरण तब जगी, जब एक ऑस्ट्रेलियाई कपल (डायना कोस्की और जॉन नेटलटन) कंबोडिया घूमने आया। जब विड एक होटल के पास एक सड़क से गुजर रहे थे तो डायना की नजर उन पर पड़ी तभी डायना ने अपने हज्बंड जॉन से कहा कि उन्हें विड की मदद करनी चाहिए।
उन्होंने विड को बताया कि वे उनकी सर्जरी कराना चाहते हैं और इसके लिए कपल ने विड के गांव के मुखिया से अनुमति भी ले ली है। विड अकेले ही और न ही वो अपने परिवार के बारे में कभी कोई बात करते हैं। विड का सेंस ऑफ ह्यूमर जबर्दस्त है। जब उन्हें इस मदद की बात पता चली तो उन्होंने कहा कि शायद सर्जरी के बाद अब कोई लड़की उनमें रूचि दिखाए।