हम आजकल देखते हैं कि सेलेब्रिटीज को देश विदेश घूमने का, महंगे से महंगे परिधानों को पहनने का, लग्जरी कारों का शौक होता है। अपने इन्हीं शौक के चलते ये सेलेब्रिटीज सुर्खियों में भी आते हैं।
इनके इन बातों को जानकर आम इंसान के होश उड़ जाते हैं, लेकिन हम आपको बताते हैं कि ये कुछ भी नहीं है पुराने राजा-महाराजाओं के शौक के आगे। आज हम आपके सामने बादशाहों, राजाओं के कुछ ऐसे दिलचस्प बातों का जिक्र करेंगे जो कि वास्तव में अजब है। इन्हें जानकर आपको हैरानी जरूर हो सकती है।
सबसे पहले बात करते हैं भरतपुर के राजा किशन सिंह के बारे में जिन्हें एक बहादुर योद्धा के रूप में जाना जाता था। राजा किशन सिंह की 40 पत्नियां थी। एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया था कि राजा किशन सिंह को तैराकी का काफी शौक था। अपने इसी शौक के चलते राजा ने अपने राज्य में एक झील का निर्माण भी करवाया था। जब भी राजा इस झील में नहाने के लिए जाते थे वहां उनकी 40 पत्नियां वहां खड़ी उनका इंतजार किया करती थीं और वह भी बिना कपड़ों के।
अब जरा गौर फरमाते हैं राजा भूपिंदर सिंह पर जो पंजाब के पटियाला शहर के राजा थे।राजा भूपिंदर के 88 बच्चे थे। राजा के पास एक ऐसी चीज थी जिसे देख ब्रिटिश भी हैरान रह गए थे और वह है एक 1400 आइटम वाला डिनर सेट जिसे पूरी तरह से चांदी से बनाया गया था। आज भी इस डिनर सेट की बहुत मांग है।साल 2013 में एक रूसी कलेक्टर ने इसे 2 मिलियन ब्रिटिश पौंड में खरीदा था।
मुगल बादशाह शाहजहां को तो हम सभी जानते हैं। ताजमहल बनाने वाले शाहजहां को मुमताज से बेहद प्यार था यह कोई नई बात तो नहीं है, लेकिन हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि बेगम मुमताज के की मृत्यु के बाद शाहजहां ने 8 और शादियां कर ली थी।
जूनागढ़ के एक नवाब के शौक तो इन सबसे बढ़कर था। नवाब के पास लगभग 800 कुत्तों की एक फौज थी। इनमें से हर कुत्ते की देखभाल के लिए उनके द्वारा एक सैनिक नियुक्त किया गया था। एकबार अचानक उनके दिमाग में कुत्तों की अपास में शादी करवाने का ख्याल आया और बस इसी के चलते उन्होंने उस शादी में पैसा पानी की तरह बहा दिया।
उस दौर में राजा महाराजा के कुछ सलाहकार होते थे जो उन्हें किसी न किसी विषय पर सलाह दिया करते थे। महाराजा कुंभा को उनके किसी सलाहकार ने इंसानों की बली देने की सलाह दी थी। इतना ही नहीं सलाह ने यह भी कहा कि इंसानों कीी बलि देने के बाद जहां उनका सिर कट कर गिरेगा उस जगह पर उन्हें दीवार बनानी होगी और जहां धड़ गिरेगा वहां एक किले का निर्माण कराना होगा। बस इसी सलाह के चलते महाराजा ने हजारों मासूम लोगों की बली दे दी थी।