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वर्क एंड लाईफ

क्या आपका भी अपने कलीग या बिजनेस पार्टनर से झगड़ा हो गया है?

ओफिस में मतभेद रखने से कोइ फायदा नहीं वह आपकी और कंपनी की ग्रोथ को रोक देता है

Mar 02, 2015 / 05:43 am

प्रियंका चंदानी

एक ही ऑफिस में एक ही काम को साथ में करने वाले दो लोगो में झगड़ा होना आम बात है और ऎसे में आपके आस-पास का माहोल आसान नहीं रहता। आप खुदमें खुश नहीं होते और बहुत भारी बोज महसुस करते हैं और उस इंसान से बात करने में भी अपने आप को सरल महसुस नहीं करते। ओफिस में दो लोगों के बीच में कि सी बात को लेकर लड़ाइ होना मतभेद होना आम बात है और तब जब दो लोग बहुत महत्वकांक्षी है और किसी एक गोल को पाना चाहते हैं। अब सवाल यह आता है ç क इतना सब कुछ होने के बाद भी काम तो साथ ही करना है और ओफिस में म तभेद रखने से कोइ फायदा नहीं वह आपकी ही ग्रोथ को रोक देता है। ऎसे में सबसे बड़ी परेशानी होती है कि अब दोबारा शुरूआत कैसे करें जिससे ओफिस के माहोल के साथ-साथ आप भी अपने काम पर फोकस कर पाएं।

बडप्पन दिखाएं
सॉरी बोलने का मौका कभी नहीं छोड़ना चाहिए और वैसे भी माफी मांगने से कोई छोटा नहीं हो जाता। क्युंकी आप साथ में काम कर रहे हैं तो दोनों के दिमाग में काम को लेकर अच्छे रिजल्ट के लिए ही मतभेद होंगे लेकिन दोनों का मकसद तो एक ही है। अपने कलीग से बात करने का टाइम निकालें और उसे यह अहसास दिलाएं की आप उसी की साइड हैं और उसकी बात कोभी समझते हैं। बात करने से आप यह भी समझेंगे की असल में आपकी लड़ाई का कारण कोइ नहीं था केवल आपकी बात कहने का तरीका अलग था। आप एक दूसरे से सहमत जरूर हो जाएंगे। इन सबके दौरान यह ध्यान रखें कि आप जिससे बात कर रहे हैं वह ना तो आपके रिश्ते में कोइ है और ना ही आपका दोस्त इसलिए इसे प्रोफेश्नल ही रखें।

आइडिया रिजेक्ट करें इंसान नहीं
कोइ भी बहस किसी प्रोफेश्नल कारण से होनी चाहिए ना की पर्सनल। वैसे होता यह है कि हम हर बात को पर्सनल ले लेते हैै। यदि किसी कलीग को आपने लंच पर बुलाया और उसने मना कर दिया तो आप यह समझेंगे की उसने आप को मना कर दिया लेकिन वह आपको नहीं बल्कि लंच के लिए मना कर रहे हैं।

असहमती पर सहमती दें
क्या हुआ अगर आप किसी बात पर सहमत नहीं होते लेकिन आप इस बात को मान लें कि सामने वाले का इंटरेस्ट भी कंपनी की भलाइ में ही है। जब आप इन बातों को दूसरे नजरिये से देखने लगेंगे तो आप सामने वाले पर भरोसा करने लगेंगे और वह कंपनी की ग्रोथ के लिए भी अच्छा होगा।

गोसिप नहीं करें
चाहे आप कितना ही गुस्से में क्युं ना हो, किसी भी बात को ऑफिस में किसी से डिसकस नहीं करें। हम अकसर ऎसा करते हैं तोकि हमें ज्यादा लोगों का सपोर्ट मिल सके और दूसरा गलत और हम सही साबीत हो सकें। यदि आपको आगे भी उसी के साथ काम करना है या आपके पास उसके साथ काम करने के अलावा कोइ रास्ता नहीं है तो इस तरह की बातें ऑफिस के माहौल को खराब करेंगी। और आप दौनों दूसरों के लिए हंसी की वजह बन जाएंगे।

नोर्मल दिखने की कोशिश करें
काम छोड़ना या सामने वाले को अवोइड करना समस्या को और उलझा देगा। वैसे यह कहना आसान है लेकिन सही तो यह है कि इस बात का दिखावा करना की सब कुछ सही है और आप दोनों एक ही तरफ हैं। मान लें कि सामने वाला ऎसा ही है और आप इस बात को बदल नहीं सकते। और इससे भी उपर इस बात को मानें की किसी को ऎसा लगता है कि आप दोनों साथ में सही काम कर सकते है इसलिए आप दोनों साथ हैं और इससे कंपनी को या बिजनेस को फायदा होगा। ऎसी समस्याओं को लाइट करने के लिए टीम डिनर और आउटींग अच्छा तरिका है।

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