जिंदगी एक ही बार मिलती है, जिसने जीना सीख लिया, वो जी गया वरना समझो गुजरते लम्हों के साथ वह भी गुजर गया। जब मौका मिले अपनों के साथ वक्त गुजारिए। कल की चिन्ता में न घुलकर बस वर्तमान के हर पल को जीना सीखिए और खुल कर हंसिए-हंसाइए। स्वयं से प्यार करें और दूसरों के साथ-साथ अपना भी ख्याल रखें। जो देंगे वहीं लौटकर आने वाला है, तो क्यूं न हम खुशियां बांटें।
एक समय था जब कहा जाता था, आदमी गिर कर ही सीखता है। लेकिन आज इसके उलट ऐसा वक्त है जिसमें अगर गिर गए तो पिछड़ जाओगे इसलिए दूसरों के अनुभवों से अपनी मंजिलों के रास्ते तय करने का समय आ गया है। महान वैज्ञानिक आइंस्टीन ने भी कहा है, सफलता का सबसे बड़ा स्रोत अनुभव है।
किसी ने आपके साथ गलत व्यवहार किया है तो आपके दिमाग में तनाव लगातार बना रहता है। इससे आपके रूटीन के कार्यों पर तो बुरा प्रभाव पड़ता ही है, साथ ही अन्य लोगों के साथ आपके व्यवहार में भी परिवर्तन आ जाता है। किसी का गुस्सा किसी पर निकलने लगता है। बेहतर यही है, आप अपने साथ किए गलत व्यवहार को भूल जाइए और बजाय बदले की भावना रखने के उसे दिल से माफ कर दीजिए। साथ ही अपनी गलतियों को भी स्वीकारने का जज्बा रखें।
जीवन में आने वाली हर घटना को सकारात्मक नजरिए से देखें। हो सकता है अभी आपको कोई चीज बुरी लग रही हो, लेकिन विश्वास रखिए उसमें कहीं न कहीं आपका हित ही छिपा है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी गीता में यही कहा है कि जो हुआ, जो होगा और जो हो रहा है, सब अच्छा ही हो रहा है।