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म्यूजिक और हरे भरे पेड़-पौधों के इस्तेमाल से आप भी बढ़ा सकते हैं अपना बिजनेस

एक शोध से पता लगा है कि वातावरण व ग्राहक की पसंद में सीधा संबंध है। आप अपने परिसर के वातावरण में सुधार करके बिक्री बढ़ा सकते हैं।

Jul 30, 2018 / 11:19 am

सुनील शर्मा

ghar ko decorate kaise kare

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लोग जब शॉपिंग करने के लिए जाते हैं, तब उनके लिए शॉपिंग माल चुनते समय जो सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है वह है- मॉल का एम्बियंस यानी वातावरण। कई बड़े शहरों के मॉल इस समय एक खास किस्म के आईडेंटिटी क्राइसेस से गुजर रहे हैं। यह संकट है वातावरण का। अधिकांश मॉल में वस्तुओं के स्ट्रेटेजिक सेग्मेंटेशन, टारगेटिंग और पॉजिशनिंग का अभाव है। इसके चलते ग्राहक सामान्य वातावरण वाले माल्स से कन्नी काट लेते हैं। कोटा विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा और शोधार्थी प्रिंसी थॉमस के राजस्थान में शॉपिंग माल के वातावरण और ग्राहकों द्वारा मॉल के चयन में संबंध पर किए गए शोध में यह तथ्य उभरकर आए हैं।
सर्वे के खास निष्कर्ष
शोध के निष्कर्षों के अनुसार यदि मॉल को ग्राहकों के लिए आकर्षक बनाना है तो मॉल के वातावरण को तैयार करते समय कुछ खास बिन्दुओं को ध्यान में रखना चाहिए-

मॉल के संभावित खरीदारों की रुचियों, उनकी आदतों का ध्यान रखना और उस वर्ग विशेष के अनुसार थीम तैयार करना जरूरी है। इसके अभाव में खरीदार दुबारा मॉल तक आने से हिचकिचाने लगते हैं।
मॉल व रिटेल स्टोर के कर्मचारियों का वातावरण निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे न केवल ग्राहकों की शॉपिंग में मदद कर सकते हैं, बल्कि मुस्कुराहट के साथ उनका स्वागत कर वातावरण में प्रसन्नता भी बनाए रख सकते हैं।
मॉल में धीमा संगीत बजाकर भी मधुर वातावरण बनाया जा सकता है और यह धीमा संगीत ग्राहकों की पसंद के अनुरूप हो तो बेहतर। यदि मॉल का टारगेट ग्रुप युवा हैं तो पाश्चात्य पॉप म्यूजिक उन्हें आकर्षित कर सकता है।
हर बार जब भी ग्राहक दोबारा आपके मॉल या रिटेल स्टोर पर आए तो उसे एक नए प्रकार की सजावट देखने को मिलेगी तो उसकी रुचि बार-बार आने के लिए जगेगी। गुब्बारे इसमें जबरदस्त भूमिका निभा सकते हैं।
मॉल में प्राकृतिक दृश्यावली एक अलग ही आकर्षण पैदा कर सकती है। इसके लिए मॉल में जगह-जगह पौधे लगाए जा सकते हैं, जो न केवल माहौल को बदल देंगे बल्कि गर्मियों में हीटिंग, वेंटिलेशन व एयर-कंडिशनिंग की लागत को भी प्रभावी तौर पर कम कर सकते हैं। फूल न केवल अपने रूप से बल्कि सुगंध से भी ग्राहकों को मॉल में आकर्षित करेंगे।
मॉल में रंग-बिरंगी लाइट्स के साथ ही प्राकृतिक रोशनी का भी इस्तेमाल किया जाए तो यह न केवल मॉल के माहौल को जीवंत करेगी, बल्कि बिजली के बिल को भी कम करेगी। प्राकृतिक रोशनी से ग्राहकों की रुचि मॉल में जाग्रत होती है।
सर्वे के हिस्सेदार
सर्वे राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर व कोटा शहर में किया गया। जिनमें से 52 प्रतिशत पुरुष और 48 प्रतिशत महिलाएं थीं। सर्वें में सभी आयु वर्गों का प्रतिनिधित्व था। उत्तरदाताओं में करीब 40 प्रतिशत की उम्र 20 से 30 वर्ष के आयुवर्ग से थी। सर्वे में शामिल लोगों में 63 प्रतिशत विवाहित शेष एकल या अविवाहित थे। 29 प्रतिशत उत्तरदाता संयुक्त परिवार से ताल्लुक रखते थे, 64 प्रतिशत न्यूक्लियर फैमिली वाले थे। उत्तरदाताओं में 27 प्रतिशत की मासिक आय 50 हजार रुपए से ज्यादा थी। 66 प्रतिशत उत्तरदाता सर्विस करने वाले लोग थे।
ग्राहक को फिर बुलाना चुनौती
शहरों में मॉल व रिटेल स्टोर बड़ी तेजी से खुले हैं। यहां फुटफॉल बनाए रखने के लिए मॉल के वातावरण को ग्राहकों के अनुरूप रखना जरूरी है क्योंकि वातावरण ही है जो ग्राहकों मॉल या रिटेल स्टोर तक दोबारा खींच कर लाता है।
हो सकता है सुधार
मॉल की साफ-सफाई के स्तर से एक तिहाई उत्तरदाता संतुष्ट नहीं थे। मॉल के अन्दर के उत्पादों के प्रदर्शन से 55 फीसदी उत्तरदाता खिन्न नजर आए। मॉल्स में बज रहा संगीत 56 फीसदी उत्तरदाताओं को पसंद नहीं आया।

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