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कॉन्फिडेनन्स के लिए ये भी बोलें कभी-कभी

‘मैं इसे जीत सकती हूं’ एक “सेल्फ मोटीवेशनेल” वाक्य है, यह अापके आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम करता है

Mar 05, 2015 / 05:01 pm

प्रियंका चंदानी

बचपन से ही झूठ न बोलने की शिक्षा दी जाती है, यह ठीक भी है, लेकिन कुछ झूठ ऎसे भी होते हैं, जिनके दो अर्थ होते हैं, बस उस एक सही अर्थ को समझना हमारे ऊपर निर्भर करता है। झूठ बोलना कई बार उतना बुरा नहीं होता, जितना हम समझते हैं। कुछ मौकों पर खुद से झूठ बोलना एक तरह से “सेल्फ मोटिवेशन” का काम करता है।

मैं इसे जीत सकती हूं
कई बार कुछ चीजों में हारने की स्थिति में अगर आप यह वाक्य खुद से बोलती हैं तो सच मानिए हारते-हारते भी आप जीत सकती हैं। कई शोध भी यह साबित कर चुके हैं कि यह एक वाक्य अगर आप विपरीत परिस्थिति में बोलती हैं तो आपके जीतने के चांस ज्यादा हो सकते हैं। क्योंकि “मैं इसे जीत सकती हूं” एक तरह का “सेल्फ मोटीवेशनेल” वाक्य है और यह आपके अंदर से जा रहे आत्मविश्वास को फिर से बढ़ाने का काम करता है।

मैं एक अच्छी वक्ता हूं

अगर आप शर्मीले स्वभाव की हैं तो यह एक झूठ आप खुद से बोलें। इससे न केवल आपके अंदर लोगों के सामने बोलने का आत्मविश्वास पैदा होता है, बल्कि आपकी परफॉर्मेस भी बेहतर होगी। अक्सर शर्मीले स्वभाव के लोग चार लोगों के सामने बोलने से घबराते हैं। ऎसे में खुद से बोला गया यह झूठ उन्हें अच्छा वक्ता बनने के लिए प्रेरित करेगा।

मैं एक बेहतरीन डांसर हूं
कोई भी शख्स हर चीज में सर्वश्रेष्ठ नहीं हो सकता, पर हां, कोशिश जरूर कर सकता है। अगर आपके अंदर डांस को लेकर यह हीन भावना है कि आप डांस नहीं कर सकतीं तो आपको अपने आप से यह छोटा-सा झूठ बोलना चाहिए। इसके अलावा आप कमरे को बंद कर हेडफोन लगाकर खूब डांस करें। इससे आपके अंदर डांस को लेकर झिझक भी खत्म हो जाएगी।

यही नौकरी है सही

नौकरी को लेकर अक्सर लोगों में कुंठा होती ही है। आप जो नौकरी करती हैं हो सकता है, वो आपके अनुरूप हो या नहीं भी। ऎसे में आप अपने से झूठ बोलें कि आपकी यही नौकरी आपके लिए सबसे उपयुक्त है। इससे न केवल काम में आपका मन लगेगा, बल्कि आपकी परफार्मेस में भी लगातार सुधार होगा।

…कुछ नहीं सुना
कई बार जीवन में ऎसी परिस्थिति आ जाती है, जब हमें यह लगता है कि कहीं “वह बात” और लोगों को तो नहीं पता। यही सोच-सोचकर हम अपने को तनाव से घेर लेते हैं। ऎसे समय में खुद से अगर आप यह बोलती हैं कि “चलो कोई नहीं, किसी ने वह बात नहीं सुनी” तो इससे आप तनाव में नहीं रहेंगी और समाज की जो फिक्र आपको है, वो भी खत्म हो जाएगी।

दुनिया बेहद खूबसूरत है
हम कुछ बुरा देख या सुन लेते हैं तो हमें यह लगता है कि दुनिया बेहद बेकार है। यहां पर कुछ अच्छी चीज होती ही नहीं। यह नकारात्मक भाव आपको हर चीज से दूर कर देगा। दुनिया अच्छी और बुरी दोनों चीज से बनी है। ऎसे में यह सोचना कि दुनिया बेहद खूबसूरत है और यहां हर तरफ खुशियां हैं, आपको जिंदगी को एक नई तरह से जीने की प्रेरणा देगा। इसलिए प्यारा-सा यह झूठ अपने आप से बोल लें, आपको अच्छा लगेगा।

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