LAC पर बर्दाश्त नहीं भारत विरोधी गतिविधियां
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी राउटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा है कि वो चीन के भारत के अरुणाचल प्रदेश में LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा के इस पार चीन के दावों का और इसे अपने क्षेत्र बताने का पुरजोर विरोध करता है।
पीएम मोदी की अरुणाचल यात्रा के बाद चीन का आया था बयान
गौरतलब है कि चीनी रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग ज़ियाओगांग ने बयान जारी करते हुए कहा था कि ज़िज़ांग का दक्षिणी भाग (तिब्बत का चीनी नाम) चीन का इलाका है और बीजिंग इस अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता ये भारत ने अवैध रूप से स्थापित कर रखा है जिसका चीन विरोध करता है। बता दें कि चीन ने इस क्षेत्र का नाम जंगनांग रखा है। चीन का ये बयान तब आया था जब बीती 9 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था और 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इससे अरुणाचल के सीमांत क्षेत्रों में सैनिकों की आवाजाही सुलभ होगी।
अमेरिका-चीन की और बिगड़ी!
चीन के इस बयान के बाद बीते बुधवार को अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की (U.S. State Department) तरफ से बयान जारी हुआ था जिसमें कहा गया था कि संयुक्त राज्य अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है। अरुणाचल प्रदेश पर चीन का ये दावा बेतुका है। बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच भी संबंध बेहद खराब हो चुके हैं। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार शुल्क, COVID-19 , मानवाधिकार, ताइवान और हांगकांग में चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जैसे मुद्दों पर तनाव है और अब अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर अमेरिका ने भारत का साथ देकर इस मुद्दे पर अपना पक्ष मजबूत कर लिया है।