भारत की जमकर की तारीफ
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी (Eric Garcetti) ने भारत की विकास यात्रा की सराहना की और भारत में अमेरिकी मिशन का नेतृत्व करने को अपना एक “महान विशेषाधिकार” बताया। भारत की राजधानी नई दिल्ली में ‘इम्पैक्ट एंड इनोवेशन: 25 इयर्स ऑफ आईपीई ग्लोबल मेकिंग डेवलपमेंट ए ग्राउंड रियलिटी’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में गार्सेटी ने कहा कि अगर कोई भविष्य पर काम करना चाहता है, तो उसे भारत (India) आना चाहिए।
मुझे लगता है कि हमारे पास सबसे सुंदर दृश्य है, जुनून है, विश्वास है, जिस शांति के उद्देश्य में आप यहां रहते हैं। हममें से बहुत से लोग जो अपने जीवन का थोड़ा समय़ भारत में बिताते हैं और उसे अपना घर कहने के लिए भाग्यशाली समझते हैं। अगर आप भविष्य को महसूस करना चाहते हैं, तो भारत आएं भविष्य पर काम करें। मैं (Eric Garcetti) कहता हूं कि मुझे संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) मिशन के नेता के रूप में हर दिन ऐसा करने में सक्षम होने का बड़ा सौभाग्य मिला है।”
दूसरा देश और एक रिवाज़- गार्सेटी
गार्सेटी ने ये भी कहा कि जब वो 18 साल के थे तब से हिंदी पढ़ रहे हैं। तब उन्होंने एक कहावत सीखी, ‘अलग देश अलग रिवाज’। ये एक तरह से दूसरा देश, एक और रिवाज था।”
CAA और केजरीवाल मामले में की थी टिप्पणी
अमेरिकी राजदूत गार्सेटी (Eric Garcetti) का ये बयान इसलिए अहम है क्योंकि ये वही शख्स हैं जिन्होंने CAA लागू होने के बाद भारत के विरोध में टिप्पणी कर दी थी और ये कहा था कि वो चिंता में आ गए हैं कि अब अल्पसंख्यकों का क्या होगा वो इस पर पूरी नज़र बनाए हुए हैं। यही नहीं उन्होंने अरविंद केजरीवाल के मामले में भी बयान दिया था कि वो चाहते हैं कि भारत में हर किसी के अधिकार सुरक्षित रहें।