मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका
लेडी रीडिंग अस्पताल (एलआरसी) के एक प्रवक्ता के अनुसार, 143 घायलों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवक्ता ने कहा कि इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया है और केवल एंबुलेंस को ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि धमाके से मस्जिद का एक हिस्सा ढह गया था और इसके नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
TTP ने ली हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज के मुताबिक, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। आर्मी ने इलाके को घेर लिया। इसके करीब ही आर्मी की एक यूनिट का ऑफिस भी है। इलाके में TTP का खासा दबदबा है और पिछले दिनों इसी संगठन ने हमले की धमकी भी दी थी।
550 नमाजियों के बीच बैठा था हमलावर
पाकिस्तानी मीडिया हाउस ने स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार जानकारी दी कि पेशावर के पुलिस लाइन में स्थित मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ। हमलावर नमाजियों के बीच बैठा था। बताया जाता है कि करीब 550 नमाजियों के बीच बैठे हमलावर ने खुद को उड़ाया।
धमाका इतना तेज था उसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ी। धमाके के कारण मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा गिर गया। जिसके नीचे लोगों के दबे होने की जानकारी सामने आई है। रेस्क्यू जारी है।
दो पुलिस कर्मी की भी मौत, आपात स्थिति लागू
पाकिस्तानी न्यूज जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इस विस्फोट में 28 लोगों की जान चली गई है। इसमें 2 पुलिसवाले की भी मौत हुई है। 143 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। धमाके के बाद इलाके में आपात स्थिति लागू कर दी गई है।
पाकिस्तानी आर्मी ने इलाके की घेराबंदी की
फिलहाल पाकिस्तान आर्मी (Pakistan Army) ने इलाके की घेराबंदी की है। बताया जा रहा है कि जहां पर धमाका हुआ है, उसके करीब ही आर्मी यूनिट का दफ्तर भी है। इससे पहले 4 मार्च, 2022 को पेशावर के कोचा रिसालदार इलाके में एक शिया मस्जिद के अंदर आत्मघाती बम विस्फोट के दौरान 63 लोग मारे गए और 196 अन्य घायल हो गए थे। इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह की खुरासान इकाई (आईएस-के) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
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