‘भारत सरकार से मिली हुई थी कनाडा की पिछली सरकार’
कनाडा की चुनावी प्रक्रिया (Canada Election) में दूसरे देशों के दखल के मामले की जांच करने वाली एक सार्वजनिक जांच में गवाही देने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की पिछली कंजर्वेटिव सरकार पर वर्तमान भारत सरकार के साथ ‘मिलीभगत’ होने का आरोप लगाया।
‘कोई कहीं से भी कनाडा में आए, वो कनाडा का’
कनाडा के 2019 के चुनावों के दौरान भारत और दूसरे देशों के दखल वाले मामले पर ट्रूडो (Justin Trudeau) ने कहा कि “जो कोई भी दुनिया में कहीं से भी कनाडा आता है, उसके पास एक कनाडाई के सभी अधिकार हैं कि वो उस देश से जबरन वसूली, जबरदस्ती, हस्तक्षेप से आजाद हो जिसे उन्होंने पीछे छोड़ दिया है और हम कनाडाई लोगों के लिए खड़े हुए हैं जिसमें कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) का केस भी शामिल है। निज्जर की हत्या को संसद में सामने लाना कनाडाई लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
चाहे विदेशों को चिढ़ ही क्यों ना हो- कनाडाई PM ट्रूडो
एक कनाडाई अखबार की साझा की गई रिपोर्ट के मुताबिक ट्रूडो ने कहा कि “हमने कनाडाई नियमों और मूल्यों की रक्षा के लिए और कनाडाई लोगों को विदेशी हस्तक्षेप से बचाने के लिए वो सब कुछ नहीं किया है और हम नहीं करेंगे जो हम कर सकते हैं ये बिल्कुल गलत है। हमारी सरकार हमेशा कनाडा में अल्पसंख्यकों और अल्पसंख्यकों के बोलने के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ी रही है भले ही इससे विदेशों में उनके घरेलू देशों को चिढ़ हो जाए।”
भारत समेत कई देशों पर पर लगाया है चुनावों में दखल का आरोप
बता दें कि कनाडा ने भारत समेत कई देशों पर उसके 2019 और 2021 के चुनावों में दखल देने का आरोप लगाया है। जिसे भारत पहले ही एक सिरे से खारिज कर चुका है। इसके अलावा बीते बुधवार को भी इस मामले की जांच कर रही कनाडा की जांच एजेंसी ने भी कहा था क उन्हें चुनावों में भारत की संलिप्तता के सबूत नहीं मिले लेकिन हां चीन इसमें शामिल था इसके सबूत मिल गए हैं।