विदेश

जर्मनी के बाद इजरायल में भी शुरू हुई कोरोना की पांचवीं लहर, नीदरलैंड ने लागू किया सख्त लाॅकडाऊन

प्रधानमंत्री बेनेट ने लोगों से अपील की है कि यदि संभव हो तो, घर से काम करें। उन्होंने सभी नागरिकों से विशेष रूप से बच्चों के लिए टीकाकरण करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ लापरवाही नहीं बरतें। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के टीकाकरण की दर 3-5 प्रतिशत तक कम है।

Dec 20, 2021 / 04:06 pm

Ashutosh Pathak

जर्मनी के बाद इजरायल में भी कोरोना की पांचवीं लहर शुरू हो गई है। इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि देश कोविड -19 महामारी की पांचवीं लहर से जूझ रहा है, जो नए ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से तेजी से फैला है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए नए प्रतिबंधों पर विचार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल में पांचवीं लहर शुरू हो गई है। बेनेट ने एक टेलीविजन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, अगले कुछ दिनों में नए प्रतिबंध जारी होने की उम्मीद है। प्रतिबंधित देशों से लौटने वाले सभी इजरायलियों, जिनमें टीका लगाया गया और बरामद किया गया है, उनको कम से कम सात दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा।
इजरायल ने रविवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए 10 और देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध बुधवार से प्रभावी होगा और इसमें अमेरिका, कनाडा, इटली, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, तुर्की, जर्मनी, हंगरी, मोरक्को और बेल्जियम शामिल है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की है कि यदि संभव हो तो, घर से काम करें। उन्होंने सभी नागरिकों से विशेष रूप से बच्चों के लिए टीकाकरण करने का आह्वान किया है।
यह भी पढ़ें
-

दुनियाभर में कोरोना केस हुए 27 करोड़ से भी ज्यादा, 53 लाख से अधिक लोगों की हुई मौत, अमरीका पहले और भारत दूसरे नंबर पर



उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ लापरवाही नहीं बरतें। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के टीकाकरण की दर 3-5 प्रतिशत तक कम है। प्रतिबंधित देशों से लौटने वाले सभी इजरायलियों, जिनमें टीका लगाया गया और बरामद किया गया है, उनको कम से कम सात दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहली रिपोर्ट के मद्देनजर इजराइल ने बड़े पैमाने पर अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को बंद कर दिया है।
‘लाल’ देशों की वर्तमान सूची में पहले से ही अधिकांश अफ्रीकी देश, आठ यूरोपीय देश और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। साथ ही, रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने 40 और ओमिक्रॉन मामलों की घोषणा की, जिससे इजराइल में पुष्टि किए गए मामलों की संख्या 175 हो गई।
लॉकडाउन लगाने से बचने के लिए, सरकार टीकाकरण अभियान और ग्रीन पास योजना पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो कई सार्वजनिक स्थानों पर केवल पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोगों को प्रवेश की अनुमति देती है। इजराइल ने बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया है, जिसमें देश के 9.3 मिलियन लोगों में से 4.1 मिलियन से अधिक लोगों ने तीसरा बूस्टर शॉट प्राप्त किया है। 2020 की शुरूआत में महामारी की शुरूआत के बाद से, देश में कुल 1,355,491 कोविड मामले और 8,232 मौतें दर्ज की गई हैं।
यह भी पढ़ें
-

ट्रंप के शासन में कोविड से जितनी मौतें हुईं, उतनी ही बिडेन के नेतृत्व में भी हो चुकी हैं : रिपोर्ट



दूसरी ओर, नीदरलैंड में डच सरकार ने देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ने के डर से सख्त लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। हेग में एक संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री रुट्टे ने कहा, मैं इस बात से उदास हूं कि नीदरलैंड में फिर से लॉकडाउन लगेगा, मगर यह जरूरी है, क्योंकि ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है। नया लॉकडाउन 14 जनवरी, 2022 तक प्रभावी रहेगा।
रुट्टे के अनुसार, ओमिक्रॉन के कारण हम पांचवीं लहर का सामना करने वाले हैं। ऐसे में हमें कड़ा लॉकडाउन लगाना होगा। केवल सुपरमार्केट, चिकित्सा, व्यवसाय और कार गैरेज जैसी आवश्यक दुकानें खुली रहेगी लेकिन अन्य सभी दुकानें और सभी शिक्षा, खानपान उद्योग, रेस्तरां, संग्रहालय, थिएटर और चिड़ियाघर बंद होने चाहिए। जेप वैन डिसल ने उन्होंने उम्मीद जताई कि क्रिसमस के तुरंत बाद नीदरलैंड में कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट हावी हो जाएगा।

Home / world / जर्मनी के बाद इजरायल में भी शुरू हुई कोरोना की पांचवीं लहर, नीदरलैंड ने लागू किया सख्त लाॅकडाऊन

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.