डोनाल्ड ट्रंप ने फाइनेंशियल टाइम्स को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि उत्तर कोरिया पर चीन का गहरा प्रभाव है, ऐसे में चीन इस मुद्दे पर कितना मदद करता है, यह देखना होगा। अगर वह मदद नहीं करता है तो अमरीका खुद ही इस मसले को हल कर लेगा। साउथ फ्लोरिडा के मार-ए-लेगो एस्टेट में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अमरीका यात्रा के कुछ दिन पहले ट्रंप ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात के बाद उत्तर कोरिया, व्यपार और दक्षिणी चीन सागर में अधिकार संबंधी कई गंभीर मसलों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अमरीका चीन के साथ उत्तर कोरिया को लेकर बात करेगा। अगर चीन हमारी मदद के लिए आगे आता है तो ठीक है, अगर ऐसा नहीं होता है तो यह किसी के लिए अच्छा नहीं होगा।
तो वहीं व्हाइट हाउस के मुताबिक उत्तर कोरिया अमरीका के लिए दिनों दिन खतरा बनता जा रहा है। गौरतलब है कि बराक ओबामा ने उत्तर कोरिया की ओर से किए जा रहे मिसाइल परीक्षण का लगातार विरोध करते हुए देश को आगाह किया था। इस साक्षात्कार के दौरान जब डोनाल्ड ट्रंप से पूछा गया कि वह उत्तर कोरिया से कैसे निपटेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं यह कभी नहीं बताऊंगा। हम पिछली सरकार की तरह अपनी रणनीति को उजागर नहीं करेंगे।