बैठक में तहसीलदार सत्यनारायण सुथार, सावर तहसीलदार बशीर मोहम्मद, थानाधिकारी नेमीचन्द चौधरी, सावर थानाधिकारी जगदीश चौधरी, विकास अधिकारी कन्हैयालाल वर्मा, प्रवर्तन अधिकारी अब्दुल सादिक सहित अन्य ने विचार व्यक्त किए। बैठक में मौजूद विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, चिकित्सा विभाग के कर्मचारी, पटवारी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आखातीज एवं पीपल पूर्णिमा पर होने वाले बाल विवाहों की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने एवं शारदा एक्ट की अनुपालना के लिए हरसंभव सहयोग करने का संकल्प किया। इस बार 16 से 30 अप्रेल तक बाल विवाह विरोध पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसके तहत विभिन्न गांवों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बैठक के महत्वपूर्ण निर्णय बाल विवाह से संबंधित कोई भी बारात किसी भी सरकारी विद्यालयों में नहीं ठहराई जा सकेगी। तहसील कार्यालय की ओर से हलवाई, बैण्डवादक, पंडित, टेंट व्यवसायी, ट्रांसपोर्टर, नाई, कुम्हार, जांगिड़, स्वर्णकार, प्रिन्टिंग प्रेस, बर्तन व्यापारी व मणिहारी व्यापारियों को पाबन्द किया जाएगा। नगर पालिका व पंचायत समिति अपने-अपने क्षेत्र में बाल विवाह की रोकथाम के लिए पोस्टर, बैनर आदि लगवाएंगे। कोई भी सरकारी कर्मचारी अपना मोबाइल बंद नहीं रख सकेगा।