दिन में एक घंटे के लिए फोन
गौरतलब है कि विदेश मंत्री जयशंकर (S.Jaishankar) के हस्तक्षेप के बाद भारतीय अधिकारियों ने जहाज की सुरक्षा कर रहे ईरानी अधिकारियों से मुलाकात की थी। इसके बाद नाविकों को दिन में एक घंटे के लिए फोन और लैपटॉप इस्तेमाल करने की अनुमति दिए जाने का अनुरोध भी किया गया है। फिलहाल, भारतीय नाविकों को किसी भी कम्युनिकेशन डिवाइस का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी गई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने की थी ईरानी समकक्ष के बात
ईरान के कैद किए भारतीय चालकों को रिहा करने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने ईरानी समकक्ष डॉ. अमीर अब्दुल्लाहियन के साथ दो दिन पहले ही बातचीत की थी। इसके बाद ईरान ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लिए गए इन चालकों से मिलने की अनुमति दे दी गई थी. हालांकि अभी ये प्रतिनिधिमंडल चालकों से मिला नहीं है लेकिन उन्हें उनके परिवारों से बात कराई जा रही है।
13 अप्रैल को जहाज किया था ज़ब्त
बता दें कि बीते शनिवार 13 अप्रैल को ईरानी सुरक्षाबलों ने हॉर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) के पास एक इजराइली अरबपति कारोबारी के आंशिक स्वामित्व वाली कंपनी से जुड़े हुए मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया था। इस पर 25 चालक सवार थे जिसमें 17 भारतीय चालक भी थे। इन्हें ही रिहा कराने के लिए भारत (India talked to Iran) ने ईरान से संपर्क किया था।