कर्जमाफी योजना के बीच अब ऐसे किसान भी आए मैदान में
निजी बैंकों के कर्जदार किसान भी मांग रहे दो लाख की कर्जमाफी
कर्जमाफी योजना के बीच अब ऐसे किसान भी आए मैदान में
माखननगर। बाबई ब्लॉक के किसानों ने शासन-प्रशासन से निजी बैंकों को भी ऋण मुक्ति योजना में शामिल कर राहत दिलाने की मांग की है। मंगलवार को बीकोर, सांगाखेड़ा, ढोड़ई, बनखेड़ी, धानसी, मुडिय़ाखेड़ा ग्रामों से पहुंचे करीब डेढ़ सौ किसानों ने कलेक्टे्रट पहुंचकर जनसुनवाई में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें आईसीसीआई, एचडीएफसी व अन्य निजी बैंकों के कर्ज को भी ऋणमुक्ति योजना में शामिल करने की मांग की है। कलेक्टर संजीव सक्सेना ने कहा कि यह शासन स्तर का नीतिगत मामला है। किसानों की मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इसके पहले किसानों ने सोहागपुर के भाजपा विधायक विजयपाल सिंह के निवास पर पहुंचकर उनसे चर्चा की थी। कलेक्ट्रेट के बाद किसान मीनाक्षी चौक स्थित आईसीसीआई बैंक शाखा पहुंचे और इसके उपरांत जिला कांग्रेस कार्यालय भी गए।
भोपाल में करेंगे प्रदर्शन
किसान मोहन दुबे, नवीन जाट, तुलसीराम शर्मा, हरिनारायण चौहान, कमलेश यादव, विनोद यादव, मोहनलाल यादव, चतर सिंह, रनजीत सिंह जाट, अनिल जाट, महेश दुबे, दौलत सिंह, बृजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी की घोषणा में कहीं ये नहीं दर्शाया कि सरकारी बैंकों के ही कर्ज माफ होंगे। इससे किसानों में रोष है। निजी बैंकों के खातेदार हम किसान नहीं है, क्या सिर्फ सरकारी वाले ही किसान हैं। इसलिए सरकार को योजना में निजी बैंकों को भी जोडऩा चाहिए। किसानों ने चेतावनी दी कि वे भोपाल जाकर प्रदर्शन करेंगे।