ऐसा संगठन है जो पाकिस्तान में हो सकता है: तालिबान हालांकि, पाकिस्तान के पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, “जैश-ए-मोहम्मद समूह का नेता यहां अफगानिस्तान में नहीं है। यह एक ऐसा संगठन है जो पाकिस्तान में हो सकता है। वैसे भी, वह अफगानिस्तान में नहीं है और हमसे इस तरह से कुछ भी नहीं पूछा गया है। हमने इसके बारे में समाचारों में सुना है। हमारी प्रतिक्रिया यह है कि यह सच नहीं है।
काबुल और इस्लामाबाद के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं ऐसे आरोप तालिबान के नेतृत्व वाले विदेश मंत्रालय (MoFA) ने कहा कि इस तरह के आरोप काबुल और इस्लामाबाद के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। तालिबान के एक प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने कहा, “हम सभी पक्षों से बिना किसी सबूत और दस्तावेज के ऐसे आरोपों से दूर रहने का आह्वान करते हैं। इस तरह के मीडिया के आरोप द्विपक्षीय संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।” यह रिपोर्ट पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा इस्लामाबाद को संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित कुछ आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर करने के बाद आई है।
प्रतिबंधित संगठन है जैश ए मोहम्मद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन का प्रमुख अफगानिस्तान में नहीं है, बल्कि पाकिस्तान में है। इस्लामाबाद ने पाकिस्तान में जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के शासन के दौरान 14 जनवरी, 2002 को आतंकवाद के आरोपों में जैश-ए-मोहम्मद पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया था।