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कश्मीर के सपनों में खोई पाकिस्तान की शाहबाज़ सरकार, उधर लाखों भिखारियों ने कब्जा लिया पूरा शहर

ईद (Eid 2024) के मौके पर तो पाकिस्तान में इन भिखारियों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ गई। पाकिस्तान की एक रिपोर्ट कहती है कि इन भिखारियों की वजह से पाकिस्तान में क्राइम रेट बढ़ गया है। एक दिन में अपराध की संख्या बढ़ गई है।

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Millions of beggars took to the streets of Pakistan

Millions of beggars took to the streets of Pakistan

कंगाल पाकिस्तान (Pakistan) में भिखारियों की कमी नहीं है ये लाइन अब बिल्कुल सटीक बैठती है क्योंकि अब वाकई में पाकिस्तान में ऐसा हो रहा है। दरअसल पाकिस्तान की सड़कों पर इन दिनों आम लोगों से ज्यादा भिखारी नज़र (Beggars In Pakistan) आ रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक ईद के 2 दिन पहले से इन अचानक लाखों भिखारियों ने पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची को अपना अड्डा बना लिया है। ऐसा लगता है कि कराची (Karachi) इन भिखारियों के कब्जे में आ गया है। हैरानी की बात ये है कि ईद पर (Eid 2024) इन भिखारियों की संख्या बढ़ने से पाकिस्तान में अपराध भी अचानक बढ़ गए हैं लेकिन कराची में इतनी बड़ी संख्या में भिखारी कहां से आए ये हर कोई जानना चाह रहा है।

4 लाख भिखारिय़ों के वजह से पाकिस्तान में बढ़े अपराध!

पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक रमज़ान (Ramadan) महीने के दौरान देश के छोटे शहरों और गांवों से ये भिखारी कराची में आने लगे हैं, जिससे सड़क पर अपराध बढ़ रहे हैं। कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक (AIG) इमरान याकूब मिन्हास ने कहा कि “ ईद के त्यौहार को भुनाने के लिए 3 से 4 लाख पेशेवर भिखारी कराची (Beggars in Pakistan) में आते हैं। ये इन भिखारियों के लिए एक प्रमुख जगह शहर बन गया है।

AIG ने कहा कि “यहां पर सिंध, बलूचिस्तान से सबसे ज्यादा भिखारी आते हैं। पाकिस्तान में अपराधों की संख्या में आई अचानक बढ़ोतरी को देखते हुए अधिकारियों को यहां पर और ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए और पुलिस दल की गश्ती बढ़ाने का आदेश दिया है क्योंकि हम पारंपरिक तरीके से इन अपराधों और इनकी जड़ का पता नहीं लगा सकते।"

कराची में बढ़ा क्राइम रेट

रिपोर्ट के मुताबिक अकेले रमज़ान में ही कराची (Karachi) में कम से कम 19 नागरिक सड़क अपराध की घटनाओं का शिकार हुए जबकि जनवरी 2024 से डकैतियों में जान गंवाने वालों की संख्या 55 से ज्यादा हो गई। पाकिस्तान में बढ़ते अपराधों को लेकर खुद सिंध हाईकोर्ट (Sindh High Court) ने संज्ञान लिया था और एक अल्टीमेटम जारी कर प्रांतीय अधिकारियों को राज्य में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए एक महीने का समय दिया गया था।

भिखारियों से निपटने के लिए पूरे पाकिस्तान की पुलिस लगी

भिखारियों से उपजे बढ़ते क्राइम रेट को लेकर महानिरीक्षक पुलिस (IGP) सिंध, गुलाम नबी मेमन ने इस बात की पुष्टि की कि सड़क अपराधों ने प्रांत के दूसरे हिस्सों में डाकुओं के खतरे के साथ-साथ कराची की शांति के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती पेश की है। जिससे पूरे पाकिस्तान की पुलिस एकजुट होकर निपट रही है।

कश्मीर के सपनों में ही खोई है शाहबाज़ सरकार

पाकिस्तान में भिखारियों की बढ़ी हुई संख्या से पूरी दुनिया में इस मुल्क की खिल्ली उडा़ई जा रही है कि एक तरफ पाकिस्तान अपना देश नहीं संभाल पा रहा है लेकिन दूसरी तरफ कश्मीर (Kashmir) और कश्मीर के लोगों को टारगेट कर भारत को घेरने में लगा रहता है। बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने सऊदी अरब में जाकर कश्मीर का मुद्दा उठाया था और फिर बीते बुधवार को ईद की बधाई में भी उन्होंने कश्मीर का जिक्र कर उसे भारत का सताया हुआ पीड़ित बता दिया था।

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