थाईलैंड में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू, राम जन्मभूमि न्यास बनवा रहा है मंदिर रूस-पाकिस्तान की बढ़ती नजदीकियां वैसे तो रूस, भारत का पुराना दोस्त माना जाता रहा है लेकिन बीते कुछ सालों में उसकी पाकिस्तान से नजदीकियां बढ़ रही हैं। बदलती वैश्विक परिस्थितियों में एक और जहां भारत अपने संबंध अमरीका से मजबूत कर रहा है, वहीं पाकिस्तान और रूस के बीच भी संबंध मधुर हो रहे हैं। पाकिस्तान के साथ-साथ रूस चीन के भी करीब होता जा रहा है।और भारत के लिहाज से यह चिंता का विषय है।रूस लम्बे समय तक भारत का विश्वसनीय दोस्त रहा है, और अब उसके रुख में यह परिवर्तन भारत को चिंता में डाल रहा है।
रूस और पाकिस्तान का जॉइंट मिलिटरी मिशन पाकिस्तान रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को रूस-पाकिस्तान जॉइंट मिलिटरी कंसलटेटिव कमिटी की पहली बैठक खत्म होने के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, ‘दोनों देशों ने पाकिस्तानी सैनिकों के रूसी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स में भर्ती को लेकर मसौदे पर दस्तखत क्र दिए हैं। बता दें कि इस समझौते के लिए रूस के उप रक्षा मंत्री कर्नल जनरल अलेग्जेंडर 6-7 अगस्त के लिए पाकिस्तान दौरे पर थे। पाकिस्तान की और से रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जमीर उल हसन शाह ने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया।
पाकिस्तान: इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से राहत, लाहौर सीट पर दोबारा मतगणना नहीं क्या पाकिस्तान के करीब आ रहा है रूस रूस के उप रक्षा मंत्री कर्नल जनरल अलेग्जेंडर के साथ आए रूसी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट्स के हेड कर्नल फॉमिन ने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान लगातार रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने की कोशिश में है। 2018 की शुरुवात में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मॉस्को का दौरा किया था जिस दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी थी। रूस ने पाकिस्तान को चार Mi-35M लड़ाकू और कार्गो हेलिकॉप्टर दिए हैं।