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जिन्दा बचे पायलट ने किया दावा, तुर्की ने नही दी थी कोई चेतावनी

सीरिया द्वारा अपनी सीमा पर रूस के एक लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने के
बाद आज रूस ने तुर्की पर योजनाबद्ध तरीके से उकसाने का आरोप लगाया, क्योंकि
बचाए गए पायलट ने दावा किया है कि उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गयी।

Dec 12, 2015 / 02:37 pm

barkha mishra

सीरिया द्वारा अपनी सीमा पर रूस के एक लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने के बाद आज रूस ने तुर्की पर योजनाबद्ध तरीके से उकसाने का आरोप लगाया, क्योंकि बचाए गए पायलट ने दावा किया है कि उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गयी।

russian plane pilot

कल की घटना के बाद कूटनीतिक उथल-पुथल बढऩे के बाद अंकारा ने तनाव को कम करने का प्रयास किया है और उसके नाटो सहयोगियों ने संयम बरतने की अपील की है।

रूसी राष्ट्रपति ने अपनी देश की सेना को संदेश दिया और उसी संदेश में उन्होने तुर्की को भी अप्रत्यक्ष रुप से चेतावनी दे दी। उन्होंने अपनी सेना को आदेश दिया कि रुस और उसके हितों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी खतरे को फौरन नष्ट कर दिया जाए। साथ ही उन्होने सीरिया में किसी भी खतरेे पर बड़ी कार्रवाई करने के भी आदेश दिए।

मास्को ने कहा कि रूस और सीरिया के विशेष बलों ने विमान मार गिराए जाने से पहले उसमें से कूदे दो में एक पायलट को जीवित बचाया है। लेकिन उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि दूसरे पायलट और उन्हें बचाने के लिए भेजे गए एक सैनिक की मौत हो गयी है।


विमान गिराना थी तुर्की की योजना:सर्जेई लावरोव


अपने पहले साक्षात्कार में बचाए गए पायलट कोंस्टैनटिन मुराखतिन ने रूसी सरकारी मीडिया को बताया कि तुर्की लड़ाकू विमान द्वारा उसके विमान को मार गिराए जाने से पहले कोई चेतावनी नहीं दी गयी थी।

सीरिया में मास्को के सैन्य ठिकाने पर कैमरे की ओर पीठ किए गए, मुराखतिन ने कहा, ‘‘कोई चेतावनी नहीं थी, नाही रेडियो के जरिए और नाही दृश्य रूप में। कोई संपर्क नहीं हुआ था।’’ तुर्की जोर दे रहा है कि उसने पांच मिनट के भीतर 10 बार चेतावनी दी, और उसकी इस कहानी का नाटो सहयोगी अमेरिका भी समर्थन कर रहा है।

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रूसी विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने अपने तुर्क समकक्ष मेवलुत कावुसोगलु से फोन पर बातचीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें इस बारे में कम ही संदेह है कि यह सोचा समझा हुआ काम नही है। यह सचमुच में एक योजनाबद्ध उकसावा लगता है।’’ विमान मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों के बीच यह प्रथम संपर्क था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी योजना तुर्की के साथ युद्ध में उतरने की नहीं है, तुर्क लोगों के प्रति हमारी प्रवृति नहीं बदली है।’’ लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि मास्को अंकारा के साथ संबंधों की गंभीरता से पुनर्समीक्षा करेगा।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कल इस घटना को आतंकवादियों के साथियों द्वारा पीठ में छुरा घोंपना बताया था। उन्होंने सुझाव दिया था कि रूसी नागरिक प्रमुख पर्यटक स्थान तुर्की की यात्रा नहीं करेंगे। हालांकि, तुर्की ने दोनो देशों के बीच हुए इस तनाव को कम करने की कोशिश की थी। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप ताइपे एरदोगन ने इस बात पर जोर दिया कि अंकारा केवल अपनी सीमा की रक्षा कर रहा है।

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एरदोगन ने इस्तांबुल में एक भाषण में कहा, ‘‘इस घटना को बड़ा करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। हम सिर्फ अपनी सुरक्षा और अपने भाइयों के अधिकारों को ध्यान में रख रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री अहमद दावुतोगलु ने रूस को अपना दोस्त और अपना पड़ोसी बताया तथा यह भी कहा कि अंकारा मास्को से तनाव भरे संबंध नहीं चाहता। तुर्की ने कहा है कि सुखोई लड़ाकू विमान ने पांच मिनट की अवधि में इसके वायु क्षेत्र का 10 बार उल्लंघन किया, जबकि उसे हर बार चेतावनी दी गयी थी।

इस घटना से सीरिया में शांति की कोशिशें के सफल होने में भी संदेह बन गया है। जो इस्लामिक स्टेट द्वारा 13 नवंबर के पेरिस हमले के बाद गति पकड़ रही थीं। आईएस का उत्तरी सीरिया के एक अच्छे खासे इलाके पर नियंत्रण है।

हल​ निकालने के लिए तनाव कम करना जरुरी:नाटो प्रमुख

nato against russia

नाटो प्रमुख जेंस स्टोलटेनबर्ग ने कल गठबंधन की एक असाधारण बैठक के बाद कहा कि इस हालात का हल करने के लिए कूटनीति और तनाव कम करना अहम है। संयुक्त राष्ट्र में नियुक्त तुर्की के राजदूत हलीत सेविक ने सुरक्षा परिषद को लिखे एक पत्र में कहा है कि दो विमान इस कार्य में शामिल थे जिनमें से एक को मार गिराया गया जबकि दूसरा तुर्की के वायुक्षेत्र से निकल गया।

उन्होंने बताया कि दोनों विमान 17 सेकेंड के लिए तुर्की के वायुक्षेत्र के 2.19 किलोमीटर अंदर तक आए थे। अंकारा और मास्को चार साल से चल रहे सीरियाई गृह युद्ध में एक दूसरे के खिलाफ हैं। तुर्की सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ देखना चाहता है जबकि रूस उसके शेष बचे सहयोगियों में एक है। असद के एक अन्य प्रमुख सहयोगी इेश ईरान ने भी अंकारा की आलोचना की है।

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावद जरीफ ने लावरोव से कहा कि तुर्की का बर्ताव इलाके में आतंकवादियों को गलत संदेश देता है। तुर्की की कार्रवाई पर एक प्रतिक्रिया के तहत रूसी रक्षा मंत्री सर्जेई शोइगु ने कहा कि मास्को अपने सर्वाधिक हाईटेक एस 400 वायु रक्षा प्रणाली को सीरिया में अपने वायुसेना ठिकाने पर भेजेगा।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मोस्कवा निर्देशित मिसाइल क्रूजर को सीरियाई भूमध्यसागरीय बंदरगाह लटाकिया के पास तैनात किया जाएगा। तुर्की ने इस बात का विरोध किया है कि रूस का अभियान आईएस जिहादियों को नुकसान पहुंचाने की बजाय सीरियाई विद्रोहियों को निशाना बनाने और असद शासन को मजबूत करने का है।

मास्को ने कहा है कि इसके विशेष बलों ने सीरियाई सैनिकों के साथ एक पायलट को बचाने में मदद की और वह पायलट अब सीरिया में रूसी ठिकाने पर सुरक्षित है। शोइगु ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सफलतापूर्वक खत्म हुआ। दूसरे पायलट को हमारे वायुसेना ठिकाने पर लाया गया है। वह जीवित और ठीक है।’’ इस पायलट ने कहा है कि तुर्कों ने कोई पूर्व चेतावनी नहीं दी थी।

कोंस्तानीन मुरखतीन ने बचाए जाने के बाद सीरिया में मास्को के ठिकाने पर रूसी पत्रकारों से कहा, ‘‘कोई चेतावनी नहीं दी गई ना तो रेडियो पर बात हुई, ना चेतावनी दी गई।’’ पुतिन ने कहा कि बचाए गए पायलट को और बचाव अभियान में शामिल लोगों को मेडल दिया जाएगा।

इस बीच मास्को में सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने तुर्की के दूतावास पर पत्थर और अंडे फेंके। उन्होंने तुर्की विरोधी तख्तियां ले रखी थीं।

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