विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच अगर युद्ध हुआ तो स्थिति बेहद भयावह हो सकती है। माना जा रहा है कि दोनों देश युद्ध की स्थिति में परमाणु और जैविक हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि वह ईरान के साथ किसी भी नए परमाणु समझौते से बाध्य नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव के उत्तर में रीचमैन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए बेनेट ने कहा कि ईरान के साथ टकराव का सामना करने के लिए इजराइल पूरी तरह तैयार है।
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उन्होंने सम्मेलन में कहा, इजरायल स्पष्ट रूप से समझौते के पक्ष में नहीं है और इसके लिए बाध्य नहीं है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेनेट ने ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम और यूरेनियम संवर्धन पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इजराइल अपने कट्टर दुश्मन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि हमें हर स्थिति में और किसी भी राजनीतिक परिस्थिति में कार्रवाई करने की अपनी क्षमता और कार्रवाई की स्वतंत्रता को बनाए रखना चाहिए। बेनेट भी पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरह 2015 के परमाणु समझौते के कट्टर विरोधी हैं। यह समझौता ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के लिए विश्व शक्तियों और ईरान के बीच हस्ताक्षरित है।
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इजराइल को इस बात का डर है कि एक संभावित नए समझौते से ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए सुरक्षा उपाय पर्याप्त नहीं होंगे। बेनेट ने इजराइल के सबसे करीबी सहयोगी अमरीका के साथ टकराव की राह पर चलने के लिए अपनी तत्परता जाहिर की है। बेनेट ने यह भी कहा कि हम एक जटिल दौर की शुरूआत में खड़े हैं। इसमें हमारे सबसे अच्छे दोस्तों के साथ भी मतभेद हो सकते हैं।