गसटर्सन का मानना है कि वेनेजुएला की घटना ने साबित कर दिया है कि भविष्य में किसी एक व्यक्ति पर हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो सकता है। खास बात ये है कि ऐसे ड्रोन छोटी दुकानों पर भी मिलते हैं। भविष्य में फेस रेकगनाइजेशन तकनीक से लैस ड्रोन तैयार होंगे जो उसी व्यक्ति पर हमला करेगा जिसके लिए कमांड दी जाएगी। वर्जिनिया के एसोसिएशन फॉर अनमैन्ड व्हिकल सिस्टम इंटरनेशनल के अध्यक्ष ब्रायन वीन का कहना है कि ड्रोन इंडस्ट्री रिमोट आइडेंटिफिकेशन तकनीक पर काम कर रही है जो हमलावार ड्रोन को आसानी से पहचान सकेगा।
राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के उपर उस वक्त हमला हुआ जब वे मिलिट्री परेड को संबोधित कर रहे थे। हालांकि इस हमले में उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ। हमले के बाद कहा कि विरोधियों द्वारा ये मुझे मारने की साजिश थी। पूरे विश्व की सुरक्षा एजेंसिया इस हमले के बाद अलर्ट हो गई हैं और ड्रोन हमले से बचने के लिए रणनीति बनाने के साथ सरकार से नीति बनाने की मांग कर रही हैं। इसका मकसद ड्रोन से भविष्य में कोई बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया जा सके।
(वाशिंगटन पोस्ट से विशेष अनुबंध के तहत)