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10 सालों में पाकिस्तान में 2500 लोगों की आतंकी हमलों में मौत

पकिस्तान के लाहौर में कल हुए आत्मघाती हमले में 70 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। पकिस्तान में ऐसे हमलों का लंबा इतिहास रहा है और पिछले दस वर्षों के दौरान हुए इस तरह के बड़े आतंकवादी हमलों में लगभग 2500 लोग मारे गए हैं।

Mar 28, 2016 / 10:22 am

Ambuj Shukla

lahore

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पकिस्तान के लाहौर में कल हुए आत्मघाती हमले में 70 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। पकिस्तान में ऐसे हमलों का लंबा इतिहास रहा है और पिछले दस वर्षों के दौरान हुए इस तरह के बड़े आतंकवादी हमलों में लगभग 2500 लोग मारे गए हैं।
2007 में 139 लोगों की मौत

इन हमलों में अधिकतर आत्मघाती हमले थे। 2007 में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के आठ वर्षों के बाद स्वदेश लौटने पर 18 अक्टूबर 2007 को कराची में हुए एक आत्मघाती हमले में 139 लोग मारे गए। हालांकि इस हमले में बेनजीर भुट्टो बच गयीं लेकिन उसी वर्ष दिसंबर में रावलङ्क्षपडी के लियाकत बाग में हुए आत्मघाती हमले में वह मारी गयीं।
2008 में 64 लोगों की मौत

वर्ष 2008 में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आतंकवादियों ने दो बड़े हमले किए। इस्लामाबाद के पास वाह में 21 अगस्त को पाकिस्तान की मुख्य हथियार फैक्ट्री के बाहर हुए आत्मघाती हमले में 64 लोग मारे गए। इसके एक माह बाद 20 सितंबर को विस्फोटकों से भरी ट्रक के साथ आतंकवादियों ने इस्लामाबाद के पांच सितारा होटल मैरियट में घुसने का प्रयास किया और इस हमले में 60 लोग मारे गए।
वर्ष 2009 में 125 लोगों की मौत

वर्ष 2009 में पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर शहर पेशावर में हुए एक कार बम हमले में 125 लोगों की जान गयी थी। इसी वर्ष मार्च में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें छह पुलिसकर्मी समेत नौ लोग मारे गये थे जबकि छह श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल हुए थे।
वर्ष 2010 में 500 लोगों की मौत

जिसमें लगभग पांच सौ लोगों की मौत हुई। साल के पहले ही दिन की पश्चिमोत्तर जिले भानु में एक वॉलीबॉल मैच के दौरान हुए आत्मघाती हमले में 101 लोग मारे गए थे। इसी साल 12 मार्च को लाहौर में सेना पर हुए आत्मघाती हमलों में 57 लोग मारे गए थे जबकि अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय की मस्जिद में हथियार बंद आत्मघाती हमलावरों ने 82 लोगों की हत्या कर दी ।
इसी साल मई में कबायली जिले मोहमंद में एक आत्मघाती हमलावर ने व्यस्त बाजार में खुद को विस्फोट करके से उड़ा लिया , जिसमें 105 लोग मारे गये। क्वेटा शहर में शिया मुस्लिमों की रैली में हुए आत्मघाती हमले में 59 लोग मरे।
पांच नवंबर को डेरा आदम खेल क्षेत्र में शुक्रवार की नमाज के दौरान एक आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 68 लोग मारे गए।

वर्ष 2011 में 50 की मौत

वर्ष 2011 में भी पाकिस्तान में आत्मघाती हमलों का सिलसिला जारी रहा । इस साल डेरा गाजी खान में एक दरगाह पर दो आत्मघाती हमले हुए जिसमें लगभग 50 लोग मारे गए।
चारसदा में पुलिस कैडेट प्रशिक्षण केंद्र पर हुए आत्मघाती हमले में 98 लोगों की मौत हुई। कबायली जिले खैबर में शुक्रवार की नमाज के दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें 43 लोग मारे गए। बड़े आतंकवादी हमलों के लिहाज से साल 2012 पाकिस्तान के लिए थोड़ा राहत भरा रहा ।
इस साल दो ही बड़े आतंकवादी हमले हुए, जिसमें 55 लोग मारे गए। देश के पश्चिमोत्तर के कबायली इलाके में रिमोट संचालित बम विस्फोट में 35 मारे गए और मनसेरा में बंदूकधारियों ने 20 शिया मुसलमानों को बस से उतार कर गोलियों से भून दिया।

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