मधुरा ने इस वीडियो को लेकर कहा कि “7 अक्टूबर को जो हुआ (Hamas Attack on Israel) वो न सिर्फ मेरे परिवार के लिए बल्कि सभी इजरायलियों के लिए एक भयानक त्रासदी थी। हमलों के 6 महीने बाद भी 133 बंधक अभी भी आजादी की उम्मीद में जी रहे हैं। हालांकि दुख की बात है कि मैं कुछ नहीं कह सकती। ये मेरे चचेरे भाई, बहन और उसके पति के लिए भी ऐसा ही है क्योंकि उनकी हमास के आतंकवादियों ने उनके बच्चों के सामने ही हत्या कर दी थी।”
हर भारतीय ये वीडियो देखे
न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में मधुरा (Madhura Naik) ने कहा कि “हर इजरायली इस हत्या के वीडियो के बारे में जानता है उन्होंने इसे देखा है क्योंकि ये वायरल हो गया था। मैं चाहती हूं कि हर भारतीय उस वीडियो क्लिप को देखें। ये बहुत भयानक और दिल को दहला देने वाला था। क्लिप में (Israel-Hamas War) मेरी बहन की 6 साल की बेटी है जो अपने 3 साल के भाई-बहन को बचाने की कोशिश कर रही थी। हमले के दौरान आई पुलिस उनसे पूछ रही थी कि क्या वो लोग इजरायली हैं। उस वक्त चारों तरफ अंधाधुंध गोलीबारी चल रही थी और बच्चे कार के पीछे छिप गए थे।
मधुरा ने कहा कि “आप सोचिए कि एक 6 साल का बच्चा ऐसे हालातों में भी अपनी सूझबूझ बनाए रखता है।
सभी बंधंकों को सुरक्षित तरीके से रिहा किया जाए
बता दें कि हमास ने इजरायल पर हमला (Hamas Atrack on Israel) कर 1200 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था और 700 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। इसे लेकर पूर्व इजरायली दूत ने कहा कि आम नागरिकों को उनके घरों से अपहरण करना एक बहुत बड़ा और भयानक अपराध था। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को 7 अक्टूबर की त्रासदी के बारे में पता होना चाहिए और तब तक नहीं छोड़ना चाहिए जब तक कि सभी बंधकों को वापस नहीं ले लिया जाए, उन्हें सुरक्षित रूप से रिहा ना कर दिया जाए। सुरक्षित रूप से रिहा कर दिया गया”।