ईरान ने किया था परीक्षण बता दें कि ईरान ने दो दिन पहले एक हजार किलोमीटर तक मार करने वाले मिसाइल का परीक्षण किया था। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 2231 के तहत ईरान पर परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम किसी मिसाइल के परीक्षण पर प्रतिबंध है। बैलेस्टिक मिसाइल के विकास में मदद करने वालीं प्रौद्योगिकी और रासायनिक कंपनियों पर पाबंदी लगाई गई है।
अमरीका के कदम से अब ये होगा ईरान पर अमरीका का यह प्रतिबंध उसपर दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है। जिनपर प्रतिबंध लगा है, उनमें कई एजेंट्स, कंपनियां, ईरान के लिए बलिस्टिक मिसाइल तकनीक खरीदने वाले लोग शामिल हैं।
अब प्रतिबंध से ये होगा प्रतिबंध के तहत ईरान की मिसाइल टेक्नॉलजी से जुड़ी लेबनान, चीन, अमीरात के कंपनियों को अमेरिकी नागरिकों के साथ किसी तरह का व्यवसाय करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ओबामा के विपरीत कदम ताजा कदम ओबामा प्रशासन के दौरान ईरान और अमरीका के रिश्तों में आए सुधार को पीछे धकेल सकता है। ओबामा के राष्ट्रपति रहते ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौता हुआ था, जिसमें ईरान पाबंदी हटाए जाने की शर्त पर अपने सैन्य परमाणु कार्यक्रम को बंद करने पर राजी हुआ था।