भारत में ट्रंप के दो बिजनेस पार्टनर हैं और वे अपने-अपने कारोबारी विवादों में फंसे हैं। हालांकि इन दोनों व ट्रंप की कंपनी ने इस बारे में किसी भी टिप्पणी से इनकार कर दिया है। पुणे में 23 मंजिला दो ट्रंप टावर व मुंबई में 75 मंजिला अपार्टमेंट का काम पूर्ण हो चुका है। कोलकाता व गुरुग्राम में में रिहायशी टावर निर्माणाधीन हैं। गुरुग्राम में ऑफिस व रिटेल कॉम्पलैक्स भी है। ट्रंप 2014 में पुणे में चुनिंदा अमीरों के साथ भव्य पार्टी को लेकर चर्चा में रहे थे।
सामान्य तौर पर भारतीयों में ट्रंप को लेकर सकारात्मक छवि मानी जाती है। अंतरराष्ट्रीय मामलों को संभालने की क्षमता को लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने एक सर्वे करवाया था और दुनिया के केवल छह देशों में सबसे ज्यादा लोगों ने अमरीकी राष्ट्रपति का समर्थन किया था। इन यह सर्वे भारत के अलावा फिलीपींस, इजराइल, केन्या, नाइजीरिया व पौलेंड में हुआ था। कार्नेगी एनडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में दक्षिण एशिया प्रोग्राम के प्रमुख मिलन वैष्णव का कहना है कि केवल इस एक तथ्य से ही ट्रंप को बहुत फायदा होता है कि अमरीकियों के प्रति अधिकतर भारतीयों का रवैया सकारात्मक है। फिर सेलेब्रिटी छवि भी उनके पक्ष में जाती है। सिर्फ कश्मीर में मध्यस्थता की गलत पेशकश को छोड़ दें तो भारत के सदंर्भ में उनका नजरिया हितकारी माना जाता है। ट्रेड वार से जुड़े तनाव के बावजूद मोदी ने उनसे संबंध मजबूत ही किए हैं।
एक नजर : भारत-अमरीका व्यापार
92 अरब डॉलर से बढकऱ 230 अरब डॉलर के पार हुआ भारत-अमरीका के बीच व्यापार पिछले वर्ष
64 फीसदी निर्यात बढ़ा, जबकि 10 फीसदी आयात बढ़ा दोनों देशों के बीच वर्ष 2019 के दौरान