सीसीजेड में की जा रही खोज
अमरीका के हवाई और मैक्सिको के बीच सीसीजेड गहरे समुद्र में बैटरी धातुओं के खननकर्ताओं की रुचि वाला क्षेत्र है। सीसीजेड मैंगनीज, निकल, तांबा और लौह जैसे दुर्लभ खनिजों और धातुओं के दुनिया के सबसे बड़े अप्रयुक्त संग्रहों में से एक है। सी—माइनर यहां ऐसे खनिजों की खोज में आ रहे हैं, जिनका उपयोग बैटरी और इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए हो सके। वहीं, वैज्ञानिक सीसीजेड पर इसलिए ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि खनन की गतिविधियों से पारिस्थितिक तंत्र पर क्या असर पड़ेगा।
पारिस्थितिकी जीव गणना की उम्मीद
लंदन के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय (एनएचएम) के वैज्ञानिकों ने अपनी स्मार्टेक्स यानी ‘सीबेड माइनिंग एंड रेजिलिएंस टू एक्सपेरिमेंटल इम्पैक्ट’ के हिस्से के रूप में अपना शोध किया है। परियोजना से क्लेरियन-क्लिपरटन जोन (सीसीजेड) नामक इस गहरे समुद्र क्षेत्र की पारिस्थितिक जीवगणना (Strange Species Found in Sea) विकसित करने की उम्मीद है, जिसमें आलू के आकार के पॉलीमेटेलिक नोड्यूल का विशाल भंडार होता है जो उन्नत बैटरी के लिए आवश्यक धातु तत्वों से समृद्ध होता है।
एकत्रित किए गए सभी नमूनों को संग्रहालय लाया जाएगा
जहां शोधकर्ताओं उनकी पहचान की जाएगी और उनका अध्ययन किया जाएगा। कुछ को नई प्रजातियों के रूप में वर्णित किया जा सकता है।बॉर्बी पिग: इस सी—ककूंबर को इसके गुलाबी रंग और छोटे ‘पैर’ के कारण ‘बार्बी पिग’ नाम दिया गया।
ग्लास स्पंज: खूबसूरत नाजुक ग्लास स्पंज जो अपना जीवन समुद्री बर्फ से पोषक तत्वों को छानने में बिताता है।ब्रिसिंगिड सी स्टार: गिरते हुए भोजन को पकड़ने के लिए पानी में अपनी भुजाएं ऊपर उठाकर स्पंज के डंठल पर बैठा है।
यूनिकम्बर: एलियन की तरह दिखने वाला पारदर्शी सी ककूंबर, जिसे यूनिकम्बर नाम दिया गया है।
रैटेल फिश: उन कुछ कशेरुक जीवों में से है जो अत्यधिक दबाव के बावजूद इतनी गहराई में जीवित रह सकते हैं।