अगर अमेरिका मदद नहीं करता तो यूक्रेनी सेना को पीछे हटना पड़ेगा
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की ने हाल ही में युद्ध से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला बयान दिया है। ज़ेलेन्स्की ने कहा है कि बिना अमेरिकी मदद के यूक्रेन की सेना को स्टेप-बाय-स्टेप पीछे हटना होगा। ज़ेलेन्स्की ने यह भी कहा कि वह पीछे न हटने के रास्ते ढूंढ रहे हैं।
क्या है ज़ेलेन्स्की के बयान की वजह?
रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की कुछ देशों ने काफी मदद की है जिनमें सबसे आगे अमेरिका (United States Of America) रहा है। पर पिछले कुछ महीनों से अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को दी जाने वाली एक्स्ट्रा मदद का बिल पास नहीं हो पाया। रिपब्लिक पार्टी के सांसदों ने इसे रोक दिया था। हालांकि कुछ समय पहले अमेरिका ने एक बार फिर यूक्रेन की मदद के लिए 2,485 करोड़ की सैन्य सहायता को मंज़ूरी दी थी। पर अभी तक यूक्रेन को यह मदद नहीं मिली है। दरअसल रिपब्लिक पार्टी के सांसद नहीं चाहते कि अमेरिका यूक्रेन की मदद करें।
हालांकि फ्रांस (France), जर्मनी (Germany), यूके (UK) और अन्य कुछ देशों ने यूक्रेन की मदद का वादा किया है, पर ज़ेलेन्स्की का मानना है कि बिना अमेरिकी मदद के यूक्रेनी सेना के पास एयर डिफेंस, पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैमर्स और दूसरे ज़रूरी हथियार नहीं होंगे और उनकी सेना के पास पीछे हटने के अलावा दूसरा ऑप्शन नहीं होगा।