गीता के श्लोकों से सजी हैं मंदिर की दीवारें
ज्योतिसर तालाब के किनारे पर मंदिरों की एक पूरी श्रृंखला है। इन मंदिरों में भगवान कृष्ण का विराटस्वरूपधारी मंदिर तथा शुक्राचार्य मंदिर सर्वप्रमुख है। मंदिर की दीवारों पर भी गीता के श्लोक उकेरे गए हैं। वर्ष 1967 में अक्षय वटवृक्ष के निकट कृष्ण-अर्जुन रथ का निर्माण किया गया। दसवीं सदी में आदि शंकराचार्य भी यहां पर तपस्या के लिए आए थे।
महाभारत की कथाओं का लाइट एंड साउंड शो
ज्योतिसर तीर्थ के बगीचे के खुले भाग में सरकार द्वारा रात को लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है। इस शो में पर्यटक तथा श्रद्धालुओं को महाभारत की प्रमुख घटनाओं के बारे में बताया जाता है। इस शो में महाभारत के युद्ध का माहौल रच कर इन कथाओं का जीवंत वर्णन किया जाता है।
ऐसे पहुंचे ज्योतिसर तीर्थ
ज्योतिसर तीर्थ दिल्ली से लगभग 170 किलोमीटर दूर है। यहां बस, ट्रेन अथवा प्राइवेट गाड़ी से पहुंचा जा सकता है। बड़ा तीर्थस्थल होने की वजह से यहां पर काफी होटल तथा धर्मशालाएं भी हैं।