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दंतेवाड़ा

मोबाइल कम्प्यूटर वैन से हर हफ्ते 16 बच्चे ले रहे प्रशिक्षण

डिजिटल दंतेवाड़ा की नींव मजबूत करने सिखाया जा रहा बच्चों को कंप्यूटर, गांवों में खुलेंगे सामान्य सेवा केंद्र

दंतेवाड़ाOct 19, 2016 / 11:37 pm

Ajay shrivastava

Common Services Centres

Villages open

दंतेवाड़ा. कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ के मनीष गर्ग की कहानी इन दिनों इंटेल के एक विज्ञापन के माध्यम से दुनिया भर में लोकप्रिय हो गई है।

मनीष के पिता एक दिन उसके लिए कंप्यूटर लाए कंप्यूटर ने मनीष के लिए सीखने का बड़ा रास्ता खोल दिया और मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट के इस वैज्ञानिक का रिसर्च साइंस मैगजीन नेचर में छपा और मनीष की कहानी को इंटेल ने अपने विज्ञापन के रूप में उपयोग करने का निर्णय लिया।

ऐसे ही प्रतिभाशाली बच्चों को कंप्यूटर से जोडऩे व नई पीढ़ी के मनीष गर्ग तैयार करने 2 मोबाइल कंप्यूटर वैन और 34 कंप्यूटर के माध्यम से दंतेवाड़ा जिले में स्कूली बच्चों की पूरी पीढ़ी डिजिटल इंडिया के लिए तैयार की जा रही है। हर हफ्ते इन मोबाइल वैन के माध्यम से 16 मिडिल स्कूलों के बच्चों को कंप्यूटर सिखाया जारहा है।

गांवों में खुलेंगे सामान्य सेवा केंद्र
जिले के ग्राम पंचायतों में सामान्य सेवा केंद्र खोले जाने हैं। यहां इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी जिससे डिजिटल मोड में उपलब्ध सभी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इससे जिले के गांव डिजिटल इंडिया के कांसेप्ट से पूरी तरह जुड़ जाएंगे।

दंतेवाड़ा जिले में इस साल अगस्त माह से मोबाइल कंप्यूटर वैन चल रही है और अब तक 1400 से अधिक बच्चों को कंप्यूटर की बुनियादी शिक्षा दी जा चुकी है। बच्चों को कंप्यूटर आपरेशन से संबंधित जरूरी बातें बताई जा रही हैं ताकि बच्चे पेजमेकर, फोटो शॉप, माइक्रोसाट वल्र्ड व उनकी एजुकेशनल जरूरतों से संबंधित अन्य बातें जान सकें।

बच्चों को इंटरनेट के बारे में भी बताया जा रहा है। उन्हें सर्च इंजन गूगल आदि के बारे में बताया जा रहा है ताकि बच्चे जान सकें कि इंटरनेट उनके लिए ज्ञान का कितना बड़ा रास्ता खोल देता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष गंजीर ने बताया कि मोबाइल कंप्यूटर वैन बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने का सबसे आसान तरीका है।

इसके माध्यम से हमने गाटम, बड़े लखापाल जैसे अंदरूनी गांवों के बच्चों को भी कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की है। जहां भी कंप्यूटर मोबाइल वैन पहुंच रहा है। वहां बच्चे खूब रुचि लेकर कंप्यूटर सीख रहे हैं। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के एपीसी राजेंद्र पांडे ने बताया कि बच्चों की कंप्यूटर ज्ञान की परीक्षा मार्च में ली जाएगी ।
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