उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के सहयोग के बगैर यह संभव ही नहीं है। इसलिए पाकिस्तान इसका जितना खंडन कर लें लेकिन उसमें कोई विश्वसनीयता नहीं है। उनसे पूछा गया था कि इस मामले में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया था और सबूत दिए गए हैं लेेकिन पाकिस्तान ने इसमें उसकी सेना के शामिल होने का खंडन किया है।
खून के धब्बों से साफ है हत्यारे POK की ओर लौटे, हमारे पास पुख्ता सबूत: विदेश मंत्रालय बता दें कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर भारतीय जवानों के साथ हुए इस बर्बर कृत्य के प्रति आक्रोश जताते हुए कहा कि इस घटना में पाकिस्तानी सेना शामिल हैं।
विदेश सचिव गोपाल बागले ने प्रेस को संबोधित करते हुए एक सवाले के जवाब में बताया था कि जो लोग सीमापार से आए थे वे पाकिस्तान से नहीं, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से आए थे।
बर्बरता मामले में पाक उच्चायुक्त बासित तलब, भारत ने की कड़ी कार्रवाई की मांग उन्होंने कहा कि यह जाहिर सी बात है कि वे वहीं वापस गए जहां से आए थे और जो खून के धब्बे मिले हैं वे पाकिस्तानी सैनिकों के थे। एलओसी पर मिले खून के धब्बे सीमा पार तक गए हैं।