तांत्रिक जिससे नीतीश मिले, वीडियो वायरल होने के बाद से लापता
चुनावी बेड़ा पार करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जिस तांत्रिक से ‘आशीर्वाद’ लेने की बात सामने आई है, वह तांत्रिक दोहरे चरित्र वाला बताया गया है। जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें तांत्रिक ‘नीतीश कुमार जिन्दाबाद, लालू मुर्दाबाद’ कहता दिखता है।
चुनावी बेड़ा पार करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जिस तांत्रिक से ‘आशीर्वाद‘ लेने की बात सामने आई है, वह तांत्रिक दोहरे चरित्र वाला बताया गया है। जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें तांत्रिक ‘नीतीश कुमार जिन्दाबाद, लालू मुर्दाबाद‘ कहता दिखता है।
तांत्रिक के बारे में बताया गया था कि वह बिहार के सीवान का रहने वाला झप्पी बाबा है। पर बिहार के जिस गांव में इस बाबा ने पिछले चार साल से शरण ले रखी है, वहां वह ‘बदनाम और पियक्कड़Ó के नाम से जाना जाता है।
अंग्रेजी दैनिक ‘दि हिन्दू‘ में छपी खबर के अनुसार सीवान जिले में आने वाले जीरादेई विधानसभा क्षेत्र के मैरवा ब्लॉक के भवनौली मठिया गांव में रहने वाले इस बाबा को लोग बीरनाथ अघोरी के नाम से जानते हैं और वह गांव के किनारे रह रहा है।
गांव के लोग कहते हैं कि वह 2011 में गांव में आया था और ग्रामीणों की इच्छा के विपरीत वहीं रहने लगा। गांव के एक पदाधिकारी ने अखबार को बताया है कि ‘वह मुस्लिम है और पड़ोसी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भटनी के मोतीपुर गांव का रहने वाला है।‘
तांत्रिका का खाना बनाने वाली कौशिल्या रानी कहती हैं कि वीडियो वायरल होने के बाद तांत्रिक रविवार शाम से ही गायब है। उसके आश्रम के नीले रंग से पुते लोहे के दरवाजे पर चैन में ताला लटका हुआ है।
इस अखबार का संवाददाता जब दूर-दराज के इस गांव में पहुंचा तो गांव वालों ने संवाददाता बताया कि ‘तांत्रिक सुबह से शराब पीना शुरू कर देता था। गांव वालों को बिना किसी कारण गाली भी बकता था। हम लोग उसके व्यवहार से तंग आ गए थे।‘
यह पूछने पर कि विरोध क्यों नहीं किया, एक ग्रामीण वाल्मीकि पर्वत ने कहा कि वह अपने राजनीतिक सम्बंधों की धमकी देता था और पुलिस की धौंस दिखाता रहता था। गांव वालों ने यह भी कहा कि देर रात अक्सर राजनीतिक नेता और वीआईपी भी उससे मिलने आते थे।