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चित्तौड़गढ़

बारिश का कहर, तीन जनों की मौत

जिले
के दो क्षेत्रों में बारिश का मौसम कहर बन कर बरपा। जहां गंगरार के त्रेष्टा गांव
में आकशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य लोग झुलस गए।

चित्तौड़गढ़Jul 24, 2015 / 12:42 am

कमल राजपूत

Chitor news

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गंगरार (चित्तौड़गढ़)/निम्बाहेड़ा। जिले के दो क्षेत्रों में बारिश का मौसम कहर बन कर बरपा। जहां गंगरार के त्रेष्टा गांव में आकशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य लोग झुलस गए। वहीं निम्बाहेड़ा के बरड़ा बोरखेड़ी गांव में बारिश से बनी तलाई में दो बच्चे डूब गए। थानाधिकारी विजय शंकर शर्मा ने बताया कि त्रेष्टा निवासी कालू (20) पुत्र रघुनाथ गुर्जर, श्यामू पत्नी हेमराज, दुर्गेश उर्फ दुर्गालाल गुर्जर एवं कैलाश गुर्जर यहां चारागाह भूमि पर मवेशी चरा रहे थे। तभी बरसात से बचाव के लिए सभी लोगों ने बकरियों के साथ वृक्ष के नीचे शरण ली।

यहां बिजली की कड़कन के साथ कालू के मोबाइल पर घंटी बजी और उसके फोन रिसीव करते ही बिजली वृक्ष पर आ गिरी। घटना में कालू एवं समीप खड़ी दो बकरियों की मौत हो गई। वहीं श्यामू, दुर्गेश एवं कैलाश भी झुलस गए। यहां मोबाइल की चुंबकीय तरंगों को घटना का कारण माना जा रहा है। सूचना पर ग्रामीणजन मौके पर पहुंचे। बाद में यहां पहुंची पुलिस ने झुलसे लोगों को चिकित्सालय पहुंचाया। गंभीर हालत में कैलाश एवं श्यामू को भीलवाड़ा रैफर किया गया। दुर्गेश का मौके पर उपचार जारी है। पोस्टमार्टम के बाद कालू का शव परिजनों को सौंपा।

मदद के लिए कार्रवाई
उपखण्ड अधिकारी ज्ञानमल खटीक ने बताया कि घटना की रिपोर्ट तहसीलदार से प्राप्त की जाएगी। पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ परिजनों की सहायता के लिए जिला कलक्टर के समक्ष रिपोर्ट भेजी जाएगी। यहां आपदा प्रबंधन कोष से सहायता की कार्रवाई शुरू की गई।

लाखों का नुकसान
बस्सी. पालका में आकाशीय बिजली से एक किसान के मकान की छत गिर गई। घटना में मकान के नीचे रखा 200 बोरी गेहूं खराब हो गया एवं ट्रैक्टर पिचक गया। पालका सरपंच किशन लाल सुथार ने बताया कि पालका निवासी भैरूलाल के मकान में घटना हुई थी।

पहली बरसात में ढही दीवार
कपासन. नगरपालिका कपासन की ओर से नगर में राजेश्वर बड़ा तालाब की पाल स्थित जाखड़माता मंदिर के निकट विकास एवं पार्क विकसित करने के लिए छह माह पूर्व बनी दीवार बुधवार को ढह गई। क्षेत्र के लोगों ने घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। जाखड़माता मंदिर के निकट विकास एवं पार्क विकसित करने के लिए गत वर्ष अगस्त में नौ लाख की निविदाएं आमंत्रित की गई थी।

निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया, जिससे बुधवार शाम हुई बरसात मे करीब 50 फीट लम्बी दीवार रेलिंग सहित ढह गई। शेष बची दीवार में कई जगह दरार आई है। घटिया निर्माण पर तालाब की पाल पर भ्रमण के लिए आने वाले लोगों ने रोष जताते हुए जिला कलक्टर से जांच की मांग की है। भूपालखेड़ा के लोगाें बताया कि दीवार निर्माण के दौरान भी गिर गई थी। इस दौरान पार्क में कोई नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
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