ये है मामलापीड़ित विमल ने बताया कि दो माह पूर्व लादूखेड़ा निवासी गोपाल पोद्दार से सौ गज जमीन ली थी। जमीन खरीदने के बाद से ही बल्ला नाई, रामबाबू व विष्णु पक्ष ने जमीन खाली करने का दबाव बनाने लगे। दो महीने पहले भी जमीन को लेकर झगड़ा हुआ है। विमल ने बताया कि उस समय उसकी मां कमलेश के पैर मे चोट आयी थी। उस समय गोली मारने की धमकी दी थी। लेकिन तब पुलिस ने दोनों पक्षों मे समझौता करा दिया था।
सोमवार रात्रि 7ः30 बजे विमल, मां कमलेश व पत्नी पूनम के साथ जैन मंदिर पर गोर्वधन पूजा कर घर लौट रहे थे। रास्ते मे बल्ला नाई का घर पड़ता है। बल्ला नाई के घर के सामने ही लाठी डण्डे, तमंचों से लैस दो दर्जन से अधिक लोगों ने हमला बोल दिया। विमल ने बताया कि जान बचाने के लिए वे घर की ओर भागे। हमलावर घर में भी आ गये। इस दौरान उन्होंने गोली मारी, जो उसकी मां कमलेश को लगी और वो घायल हो गईं।
पीड़ित ने बताया कि दबंगों के आतंक के चलते कोई भी मदद को नहीं आया। आधा घण्टे तक वे घायल पड़े रहे। जब हमलावर चले गये तब पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस घायलों ने अपनी गाड़ी से अस्पताल भेजा। विमल ने बताया कि आरोपी प्रीप्लानिंग से तैयार थे। लाठी डण्डे, तमंचों से लैस 20 से अधिक लोगों ने हमला बोला था। विमल का कहना है कि अगर पहले हुई घटना पर ही पुलिस ने कार्रवाई की होती तो दबंगों का हौसला इतना न बढ़ता।