पिछले 6 महीने में जिले में 80 से अधिक अवैध कॉलोनियां ध्वस्त हो गईं। इसका रकबा करीब 150 हेक्टेयर था। इसमें करीब 150 से अधिक खरीदार फांस गए हैं। सस्ते प्लॉट के झांसे में आकर दलाल के चक्कर में लोग फंस रहे हैं। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि कोई भी भूमि में निवेश या प्लॉट खरीदने से पहले कॉलोनी का सत्यापन जरूर कर लें। लुभावने वादों पर न जाए। चर्चित गौड़ ने कहा कि वास्तविक तत्यों की जांच करने के बाद ही निवेश करें। उन्होंने बताया कि जिन कॉलोनियों को ध्वस्त किया है। उनमें प्लॉट खरीदने वाले स्वयं जिम्मेदार हैं। वह बिल्डर पर दावा कर सकते हैं। बिल्डर और दलाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं।