ताजमहल पर काम का बहिष्कार
हाल ही के दिनों में ताजमहल का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक कर्मचारी पर्यटक से कब्र की दीवारों पर लगे रत्न दिखाने के एवज में पैसे ले रहा था। इस वीडियो को सीआईएसएफ के किसी कर्मी ने वायरल किया था, ऐसा माना जा रहा था। मंगलवार को विवाद ने तूल पकड़ लिया और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कर्मचारियों ने ताजमहल पर काम का बहिष्कार कर दिया। बताया गया है कि दोपहर के समय सीआईएसएफ कर्मचारी और एएसआई कर्मचारी सुरेश की ताजमहल पर तैनाती के दौरान वीडियो बना रहे थे। सीआईएसएफ कर्मचारी को वीडियो बनाता देख एएसआई कर्मचारी राजवीर उत्तेजित हो गया। वीडियो बनाने के लिए उसने मना किया जब सीआईएसएफ कर्मचारी ने बात नहीं मानी तो दोनों में गाली गलौज होने लगी। विवाद के कारण ताज परिसर में मौजूद पर्यटकों में भी अफरा तफरी मच गई। आपसी कहासुनी के बाद एएसआई कर्मचारियों कार्य का बहिष्कार कर दिया और कार्यालय में बैठ गए।
हाल ही के दिनों में ताजमहल का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक कर्मचारी पर्यटक से कब्र की दीवारों पर लगे रत्न दिखाने के एवज में पैसे ले रहा था। इस वीडियो को सीआईएसएफ के किसी कर्मी ने वायरल किया था, ऐसा माना जा रहा था। मंगलवार को विवाद ने तूल पकड़ लिया और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कर्मचारियों ने ताजमहल पर काम का बहिष्कार कर दिया। बताया गया है कि दोपहर के समय सीआईएसएफ कर्मचारी और एएसआई कर्मचारी सुरेश की ताजमहल पर तैनाती के दौरान वीडियो बना रहे थे। सीआईएसएफ कर्मचारी को वीडियो बनाता देख एएसआई कर्मचारी राजवीर उत्तेजित हो गया। वीडियो बनाने के लिए उसने मना किया जब सीआईएसएफ कर्मचारी ने बात नहीं मानी तो दोनों में गाली गलौज होने लगी। विवाद के कारण ताज परिसर में मौजूद पर्यटकों में भी अफरा तफरी मच गई। आपसी कहासुनी के बाद एएसआई कर्मचारियों कार्य का बहिष्कार कर दिया और कार्यालय में बैठ गए।
वीडियो वायरल ने बढ़ाया तनाव
विगत दिनों ताज महल में मुख्य कब्र का सीसीटीवी फुटेज वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एएसआइ का कर्मचारी कब्रों के ऊपर जड़े रत्न पर्यटकों को टार्च की रोशनी में दिखा रहा था। फुटेज में पर्यटक एएसआइ कर्मचारी को पैसे देते हुए भी दिख रहा था। इसके बाद सीआईएसएफ पर अंदेशा व्यक्त किया गया था कि ये वीडियो जानबूझकर वायरल किया गया है। तभी से मामला गरम हो रहा है।
विगत दिनों ताज महल में मुख्य कब्र का सीसीटीवी फुटेज वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एएसआइ का कर्मचारी कब्रों के ऊपर जड़े रत्न पर्यटकों को टार्च की रोशनी में दिखा रहा था। फुटेज में पर्यटक एएसआइ कर्मचारी को पैसे देते हुए भी दिख रहा था। इसके बाद सीआईएसएफ पर अंदेशा व्यक्त किया गया था कि ये वीडियो जानबूझकर वायरल किया गया है। तभी से मामला गरम हो रहा है।